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Kafal fruit ke fayde : पहाड़ों पर पैदा होने वाले इस जंगली फल की पहचान आज विदेशों तक फैल चुकी है. ये फल न केवल स्वाद से भरपूर है, बल्कि सेहत के लिए रामबाण है. यहां हर साल इसका इंतजार रहता है.
काफल
हाइलाइट्स
- काफल फल का सीजन शुरू, बाजार में पहली खेप.
- सेहत के लिए फायदेमंद, कैंसर की दवा पर रिसर्च जारी.
- ये हिमालयी क्षेत्रों में 2000 मीटर ऊंचाई पर उगता है.
मंडी. हिमालय में पाए जाने वाले इस जंगली फल का सीजन शुरू हो गया है. साल में एक बार पकने वाला ये फल पहाड़ों में काफी फेमस है. पहाड़ों में होने वाले इस जंगली फल की पहचान आज पूरे देश और विदेशों तक फैल चुकी है. ये फल न केवल स्वाद से भरा होता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है. मंडी में रहने वाले चिकित्सक डॉ. अभिषेक कौशल के अनुसार, काफल का फल प्राकृतिक वरदान है, जो शरीर की कई कमियों को पूरा करता है. काफल पर रिसर्च चल रही है. डॉक्टर इससे कैंसर की दवा बनाने की उम्मीद लगा रहे हैं. वादियों में हर साल गर्मियों की शुरुआत के साथ ही यहां के लोगों को एक खास पहाड़ी फल काफल का इंतजार रहता है. इस बार बाजारों में सीजन का पहला काफल पहुंच चुका है. इसकी खट्टे-मीठे स्वाद वाली छोटी-छोटी लाल फलों की टोकरी लोगों को खूब लुभा रही है.
घंटों मेहनत
काफल हिमालयी क्षेत्रों में प्राकृतिक रूप से उगने वाला एक जंगली फल है. ये ज्यादातर 1000 से 2000 मीटर की ऊंचाई पर पाए जाने वाले घने जंगलों में उगता है. इसे तोड़ने के लिए स्थानीय ग्रामीण और महिलाएं जंगलों में घंटों मेहनत करते हैं. फिर इसे बाजारों तक पहुंचाते हैं. इस बार नैनीताल में सीजन की पहली खेप पहुंच चुकी है. लोग इसे हाथों-हाथ खरीद रहे हैं.
सीजनल कमाई का जरिया
हालांकि इस बार जंगलों में काफल का उत्पादन घटा है, जो पर्यावरण असंतुलन को बताता है. मंडी के पर्यावरण प्रेमी कहते हैं कि अप्रैल से ही बाजार में आ जाने वाला काफल काफी कम दिख रहा है. काफल आर्थिक तौर पर भी ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए लाभकारी साबित हुआ है. ये स्थानीय लोगों का सीजनल व्यापार है.