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Kaushambi News: कौशांबी के हनुमान मंदिर में 1984 से रह रहे एक बाबा पिछले 40 सालों से अन्न नहीं खा रहे हैं. इसके पीछे की वजह एक चमत्कार है. वह तब से सिर्फ फल खाकर ही जिंदा हैं. आज भी वह बिल्कुल स्वस्थ हैं.
महंत सिया रामदास
हाइलाइट्स
- फलाहारी बाबा 40 साल से बिना अन्न खाए जीवित हैं.
- बाबा सिर्फ फल खाकर स्वस्थ रहते हैं.
- बाबा ने 1984 से कौशांबी के हनुमान मंदिर में निवास किया है.
कौशाम्बी:भारत देश में एक से बढ़कर एक ऋषि मुनियों ने जन्म लिया है. ऐसे ही उत्तर प्रदेश के जनपद कौशांबी जिले में एक बाबा हैं, जिन्हें फलाहारी बाबा के नाम से जाना जाता है. जिन्होंने 40 वर्षों से अब तक एक भी अन्न का दाना नहीं चखा है. फलाहारी बाबा 40 सालों से सिर्फ फल का प्रयोग कर रहे हैं. फलाहारी बाबा साल 1984 से अपना घर परिवार छोड़कर कौशांबी के पल्हना घाट स्थित हनुमान जी की मंदिर पर रह रहे हैं. फलाहारी बाबा हनुमान मंदिर पर हर साल यज्ञ भी करवाते हैं. अब तक लगभग 40 यज्ञ करवा चुके हैं. फलाहारी बाबा 12 महीने सिर्फ फल का इस्तेमाल करते हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि फलाहारी बाबा कभी दवाओं का प्रयोग नहीं करते हैं. अगर किसी प्रकार की बीमारी होती है तो सिर्फ केवल जड़ी बूटियां का इस्तेमाल करके अपनी बीमारी दूर कर लेते हैं.
फलाहारी बाबा महंत सियाराम दास ने बताया कि सन 1984 के भादो माह में रात्रि में उन्हें एक सपना आया और जब वह सुबह उठे, तो पूरे शरीर में सिर्फ राम-राम ही लिखा दिखा. मेरे शरीर में बहुत बुरी तरह से उलझन हुआ और मैं कौशांबी जिले के पल्हना घाट स्थित हनुमान मंदिर पहुंचा और तभी से मैं अन्न छोड़कर सिर्फ फल का प्रयोग करता हूं. 40 सालों से आज तक मैंने अन्न का दाना नहीं खाया है. उसके बावजूद वह आज पूरी तरह से अभी भी स्वस्थ हैं. न ही उन्होंने कभी दवाइयों का सेवन किया. अगर कोई बीमारी होती है तो वह जड़ी बूटी का सेवन करके स्वस्थ हो जाते हैं. उनका कहना है कि उनका यह संकल्प भी है कि वह अंतिम सांस तक भी अन्न का सेवन नहीं करेंगे.