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YRKKH 6th April Written Episode 2025: रूही अपने पति रोहित की मौत से टूट चुकी है और खुद को खत्म करने की कगार पर पहुंच जाती है. अभिरा और अरमान समय रहते उसे बचाते हैं. रूही खुद को दोष देती है और हार मान लेती है, ल…और पढ़ें
रूही ने छोड़ दी जीने की इच्छा…(फोटो साभार- hotstar)
हाइलाइट्स
- रूही को आत्महत्या से बचाया गया.
- अस्पताल में रूही और बच्चा सुरक्षित हैं.
- कावेरी ने अरमान और अभिरा को घर से निकाला.
नई दिल्ली : कल के एपिसोड में रूही अंदर से पूरी तरह टूट चुकी है. वो बिना कुछ सोचे-समझे, अकेले ही सड़कों पर भटक रही है. उसका चेहरा खाली है और आंखों में कोई रौशनी नहीं बची. उधर अभिरा उसे ढूंढ़ती फिर रही है, हर जगह, हर मोड़ पर. घर पर सुरेखा की हालत भी खराब है. वो बहुत घबराई हुई है और बार-बार यही सोच रही है कि कहीं रूही कुछ गलत न कर बैठे. मनीषा उसे दिलासा देने की कोशिश करती है, लेकिन सुरेखा का दिल नहीं मान रहा. काजल धीरे से कहती है कि अभिरा रूही को कभी कुछ नहीं होने देगी. लेकिन कावेरी का गुस्सा अब काबू में नहीं है. वो सब पर चिल्ला रही है.
रूही अकेले ही एक ऊंची चट्टान पर पहुंच जाती है. वो बस एक कदम दूर है अपनी जान से. तभी अरमान वहां आ जाता है और वक्त रहते उसे खींचकर बचा लेता है. अभिरा भी पहुंचती है. रूही टूट चुकी है- वो रोते हुए कहती है कि उसे अब और नहीं जीना, उसे रोहित चाहिए. वो कहती है कि वो हार गई है, और अब उसमें हिम्मत नहीं बची. अभिरा उसका हाथ पकड़कर कहती है कि उसके पास अभी दक्ष है- उसे उसके लिए जीना होगा. लेकिन रूही कहती है कि वो अकेले बच्चे को पाल नहीं पाएगी. वो खुद को दोष देती है, कहती है कि वो एक बुरी मां है क्योंकि उसने न दक्ष का ख्याल रखा, न अपने पेट में पल रहे बच्चे का. उसकी हालत इतनी बिगड़ जाती है कि वो बेहोश होकर गिर जाती है.
अस्पताल में डर का माहौल
अरमान और अभिरा उसे तुरंत अस्पताल लेकर जाते हैं. डॉक्टर बताते हैं कि रूही की प्रेग्नेंसी पहले से ही बहुत दिक्कत वाली है. अगर ध्यान नहीं दिया गया तो खतरा बढ़ सकता है. थोड़ी देर बाद डॉक्टर बताते हैं कि फिलहाल रूही और उसका बच्चा दोनों सेफ हैं. ये सुनकर अभिरा मनीषा को खबर देती है. सबको थोड़ी राहत मिलती है, लेकिन चिंता अब भी कम नहीं होती.
अब जब सब कुछ थोड़ा शांत है, तो अरमान एक कोने में बैठा रोहित को याद कर रहा है. उसकी आंखें भीगी हुई हैं. अभिरा उससे पूछती है कि वो क्या सोच रहा है. अरमान कहता है कि जिस दिन रोहित गया, उसी दिन उसके अंदर भी कुछ मर गया. उसे रोहित की आखिरी बात याद है- “रूही का ध्यान रखना.” वही बात आज भी उसे बेचैन करती है. वो अभिरा से कहता है कि वो अब इस वादे को पूरा करना चाहता है- क्या वो उसके साथ चलेगी? अभिरा बिना कुछ कहे सिर हिलाकर हां कर देती है. फिर दोनों रूही को घर ले आते हैं.
घर की चौखट पर तूफान
रूही अभी भी बहुत दुखी है. वो उनसे बस यही कहती है- “जब मैं सो जाऊं, तो मुझे अकेला मत छोड़ना.” मनीषा उसे प्यार से गले लगाकर स्वागत करती है. लेकिन तभी कावेरी सामने आ जाती है. वो गुस्से में दोनों को रोकती है और कहती है कि रूही की हालत की जिम्मेदार यही दोनों हैं. वो कहती है कि रूही अब इतनी टूट चुकी है कि रो भी नहीं सकती. फिर वो उन्हें घर से बाहर निकाल देती है.
विद्या का सामना
कावेरी के इस व्यवहार पर विद्या चुप नहीं रहती. वो अरमान और अभिरा को फिर से अंदर लाने की कोशिश करती है और कावेरी से साफ शब्दों में कहती है कि अब वो अरमान के साथ है. कावेरी उससे सवाल करती है- “क्या तुम सोचती हो कि अरमान तुम्हें मां मानता है?” विद्या जवाब देती है- “गलती थी बेटे को मां से दूर करना. अब मैं अपने बेटे के साथ खड़ी हूं. ” लेकिन कावेरी अपने फैसले पर अड़ी रहती है और साफ कह देती है-“अरमान अब इस घर का हिस्सा नहीं है.”
ये सुनकर अरमान चुपचाप घर छोड़ देता है. वो अकेले बैठकर रोहित की मौत और रूही की हालत का जिम्मेदार खुद को मानता है. तभी अभिरा उसे ढूंढ़ते हुए वहां पहुंचती है. वो कुछ नहीं कहती, बस धीरे से उसे याद दिलाती है कि अभी भी बहुत से लोग हैं जो उससे जुड़े हैं- विद्या, घर और उनका परिवार. अरमान उसकी बातें सुनकर चुप हो जाता है, लेकिन उसकी आंखों में एक नई समझ, एक नई सोच दिखाई देती है.