नई दिल्ली. आमिर खान की ‘लगान’ बॉलीवुड की कल्ट फिल्मों में से एक है. साल 2001 में रिलीज हुई इस मूवी का देश-विदेश में जमकर डंका बजा था. ‘लगान’ को गुजरात के रेगिस्तान में शूट किया गया था, जहां मौसम और अन्य बाधाओं का सामना करना पड़ा. इसके अलावा फिल्म की एक बड़ी टीम की देखभाल भी करनी थी. इन सबको संभालने की जिम्मेदारी सिर्फ एक व्यक्ति पर थी. हाल ही में ‘लगान’ में काम चुके एक्टर अखिलेंद्र मिश्रा ने बताया कि ‘लगान’ की सक्सेस का क्रेडिट किसे जाता है.
यूट्यूब चैनल फ्राइडे टॉकीज को दिए इंटरव्यू में अखिलेंद्र मिश्रा ने अपूर्व लाखिया की जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि ‘लगान’ वो फिल्म नहीं होती, अगर अपूर्व लाखिया का योगदान न होता. अपूर्व ने फिल्म के डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर के असिस्टेंट के रूप में काम किया.
‘लगान’ की सक्सेस का सबसे बड़ा कारण
अखिलेंद्र मिश्रा ने कहा, ‘अपूर्व लाखिया उस 6 महीने के शेड्यूल की सफलता का एक बहुत बड़े कारण हैं. उनको बहुत क्रेडिट जाता है. आशुतोष गोवारिकर ने फिल्म बनाई, उन्होंने स्क्रिप्ट लिखी. लेकिन सेट पर अपूर्व लाखिया का कंट्रोल देखने लायक था. उन्होंने कमाल का काम किया था. उस आदमी ने 10,000 लोगों को दौड़ दिया था. वो मैच जीतने के बाद का शॉट था. उनके बारे में जितना कहा जाए, कम है. मैं उनसे इतना प्रभावित हुआ कि मैंने उनसे उनके बैकग्राउंड के बारे में पूछा और उन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने हॉलीवुड में काम करते थे.’
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परमिशन के बिना टहलना भी था मना
अखिलेंद्र ने बताया कि फिल्म की पूरी यूनिट को डिटेल्ड कॉल शीट्स मिलती थीं, जिसमें लिखा होता था कि कब खाना खाओगे, कब बाल बनेगा, कब मूछ लगाना है, कब मेकअप करोगे, कब तैयार हो जाओगे धोती पहनकर. उन्होंने कहा, ‘ तैयार हो गए हैं, तो मेकअप रूम में बैठिए ये नहीं कि सेट पर टलहने चले जाइए. आप बिना बताए एक कदम भी नहीं हिला सकते थे. यहां तक कि सीनियर एक्टर्स जैसे कुलभूषण खरबंदा को भी यही बात सख्ती से कही जाती थी. आप बिना अनुमति के टहल भी नहीं सकते थे. मेकअप से सेट तक ले जाने के लिए गाड़ियां आती थीं. वहां पर शानदार व्यवस्था की गई थी.’
पूरी यूनिट का रखा गया खास ख्याल
उन्होंने आगे कहा कि प्रोडक्शन का मैनेजमेंट अगर वैसे नहीं होता, तो शेड्यूल सक्सेसफुल नहीं होता. आप क्या खाना चाहता हैं? सब लगा हुआ लाइन से. अंग्रेज इंडियन खाना खाते थे. खाने का इंटरनेशनल स्टैंडर्ड था. बस से उतरते ही नाश्ता लगा रहता था गर्मा गर्म. दूसरे प्रोडक्शन में ऐसा नहीं होता है. कहा जाता था कि सबको बिसलेरी पानी ही पीना है. नजर रखो, क्योंकि अगर एक की भी तबीयत खराब हो गई तो पूरा शेड्यूल बिगड़ जाएगा.’
ऑस्कर पहुंच गई थी आमिर खान की ‘लगान’
गौरतलब है कि आमिर खान की ‘लगान’ बॉक्स ऑफिस पर बड़ी कामयाब फिल्म साबित हुई थी. 58 करोड़ रुपये की कमाई के साथ फिल्म हिट रही. यहां तक कि ‘लगान’ फिल्म ऑस्कर में भी पहुंच गई थी. आमिर खान की ‘लगान’ ऑस्कर के लिए बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म फिल्म कैटेगरी में नॉमिनेट हुई थी, लेकिन अवॉर्ड नहीं जीतने से चूक गई थी. हालांकि, इस फिल्म ने 8 नेशनल अवॉड जीतकर इतिहास रच दिया था.