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यूपी के मिर्जापुर जिले का आठ युवाओं का “हेल्पिंग ग्रुप” इंसानियत की अनूठी मिसाल पेश कर रहा है. भूखों को खाना खिलाना हो. ठंड में ठिठुरते लोगों को कंबल देना हो. पशुओं को चारा देना हो या पर्यावरण संरक्षण के लिए वृ…और पढ़ें
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मिर्जापुर: बदलाव की चाहत हो तो संसाधनों की कमी नहीं होती. इसके लिए बस अपने काम का जुनून होना चाहिए. एक बार जुनून हो जाने के बाद इंसान रास्ते में आने वाली सभी दिक्कतों का हल निकाल लेता है. कई लोग तो ऐसे ग्रुप बना रहे हैं और ऐसे समूहों से जुड़ रहे हैं जो अन्य लोगों की मदद करते हैं. ऐसा ही एक ग्रुप है उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले का. यहां के आठ युवाओं का “हेल्पिंग ग्रुप” इंसानियत की अनूठी मिसाल पेश कर रहा है. ये ग्रुप भूखों को खाना खिलाने से लेकर ठंड में ठिठुरते लोगों को कंबल देने, पशुओं को चारा देने से लेकर पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण करने तक का काम करते हैं. यह ग्रुप जुबान से लेकर बेजुबानों की पूरी मदद करता है. ग्रुप से जुड़े ज्यादातर युवा हैं जो अलग-अलग सेक्टर में नौकरी और व्यवसाय करते हैं. मां विंध्यवासिनी से प्रेरणा मिलने के बाद मदद का काम कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर भी हैं.
मिर्जापुर जिले के रहने वाले अनुराग चौबे बड़ी प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं. अनुराग चौबे मां के अनन्य भक्त हैं. मां से प्रेरणा के बाद उन्होंने सेवा भाव के लिए सोचा. ग्रुप में अनुराग दुबे, निखिल सिंह, दीपक अग्रहरि, सोयम तिवारी, राज, मन्नू अग्रहरि आदि हैं. सभी ने विंध्य सेवक संघ के नाम से “हेल्पिंग ग्रुप” बनाकर मदद शुरू की. इस ग्रुप के लोग मिलकर एक वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण करने, बेजुबानों को चारा खिलाने, आम दिनों में सड़क और फुटपाथ पर लोगों को खाना खिलाने का काम करते हैं. यूट्यूब पर इनका चैनल भी है जहां पांच लाख से अधिक फॉलोवर भी हैं.
मिलती है खुशी
अनुराग चौबे ने लोकल 18 से बताया कि हम कुछ नहीं कर रहे हैं. करने और कराने वाली सब आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी हैं. उनकी प्रेरणा और शक्ति से हम काम कर रहे हैं. एक ग्रुप “विंध्य सेवक संघ” बनाकर अलग-अलग तरह से मदद करते हैं. जिनके पास जुबान हो या बेजुबान हों सभी के लिए कुछ कर सकें यही इस ग्रुप के लोगों की चाहत है. सबसे बड़ा अन्नदान को माना गया है इसलिए हम लोग अन्नदान करते हैं. काम के अलावा बचे हुए वक्त में मदद करके बहुत खुशी मिलती है. लोगों के चेहरे पर मुस्कान देखकर लगता है कि अनन्य खुशी और मां का आशीर्वाद मिल गया.
प्रेरित करने के लिए शेयर करते है वीडियो
अनुराग ने बताया कि हम लोगों के ग्रुप में दीपक अग्रहरि, निखिल सिंह, सोयम तिवारी आदि हैं. कोशिश रहती है कि जिनके चेहरे पर पूरे दिन में मुस्कान नहीं हो उनके चेहरे पर मुस्कान ला सकूं. तीन वर्षों से नवरात्रि में मां के धाम में भक्तों को 9 दिनों तक भोजन खिलाते हैं. वहीं, एक वर्षों से पशुओं को चारा और वृक्षारोपण भी करते हैं. हम लोगों का एक यूट्यूब चैनल है जिसपर वीडियो भी शेयर करते हैं. वीडियो शेयर करने का उद्देश्य लोगों को प्रेरित करना है. वह भी आगे आएं और मदद करें.