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IV Drip Therapy: एक महिला ने खूबसूरत और हेल्दी रहने के लिए आईवी ड्रिप थेरेपी करवा ली. इसके बाद महिला को गंभीर एलर्जी हो गई और उसे हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा. आखिर यह थेरेपी क्या है? इस बारे में जान लेते हैं.
IV ड्रिप थेरेपी का ट्रेंड लगातार वायरल हो रहा है.
हाइलाइट्स
- महिला को IV थेरेपी से गंभीर एलर्जी हुई.
- डॉक्टर्स की सलाह के बिना IV थेरेपी न लें.
- IV थेरेपी से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
IV Drip Therapy Side Effects: आजकल हेल्थ और वेलनेस को लेकर नए-नए ट्रेंड वायरल होते रहते हैं. लोग भी जमकर इन ट्रेंड्स में शामिल होकर नई चीजों को आजमाने लगते हैं. दुबई में रहने वाली 31 साल की एक स्कॉटिश महिला को ऐसा करना भारी पड़ गया. उस महिला ने शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए IV ड्रिप थेरेपी करवा ली. इसके बाद उसके शरीर में गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इस मामले को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह के वायरल ट्रेंड को अपनाने से पहले लोगों को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, वरना गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला करीब 4 महीने पुराना है. महिला ने एक क्लीनिक में NAD+ IV ड्रिप लगवा ली, ताकि उसके शरीर का हाइड्रेशन बेहतर बना रहे और पोषक तत्वों की कमी पूरी हो सके. इस ड्रिप को लगने में 3 घंटे का वक्त लगा. ड्रिप लगाने से पहले महिला का हेल्थ चेकअप नहीं किया गया. ड्रिप लगने के बाद उसके हाथ बर्फ की तरह ठंडे हो गए और उसे ऐंठन के साथ उल्टियां होने लगीं. बाद में सांस लेने में दिक्कत होने लगी. महिला ने बताया, “मैं सांस नहीं ले पा रही थी, अपनी आंखें नहीं खोल पा रही थी और मेरे शरीर पर दाने निकल आए. मैं आज तक नींद न आने की परेशानी से जूझ रही हूं.”
आखिर आईवी ड्रिप थेरेपी क्या है और इसका ट्रेंड दुनियाभर में क्यों बढ़ रहा है? इंट्रावेनस ड्रिप थेरेपी को शॉर्ट में IV ड्रिप थेरेपी कहा जाता है. यह थेरेपी इन दिनों खूब वायरल हो रही है. इसमें ड्रिप लगाकर फ्लूड और न्यूट्रिएंट्स को सीधे नसों के जरिए ब्लड स्ट्रीम में पहुंचाया जाता है. इस प्रोसेस में पाचन तंत्र को बाइपास करके न्यूट्रिएंट खून में पहुंच जाते हैं. माना जाता है कि यह थेरेपी डिहाइड्रेशन, न्यूट्रिएंट डिफिशिएंसी, स्किन ग्लो करने और ओवरऑल हेल्थ को सुधार सकती है.
होराइजन ग्रैंड व्यू रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार यूएई का IV हाइड्रेशन थेरेपी बाजार 2030 तक 22.9 मिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. अधिकतर लोग शरीर में एनर्जी और स्किन ट्रीटमेंट के लिए यह थेरेपी करवा रहे हैं. कई लोग सालों से अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए इस थेरेपी का इस्तेमाल कर रहे हैं. डॉक्टर्स की मानें तो IV ड्रिप डिहाइड्रेशन, न्यूट्रिएंट डिफिशिएंसी और कुछ बीमारियों में फायदेमंद हो सकती है. हालांकि बेहतर स्वास्थ्य और सुंदरता के लिए इसका इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है. स्वस्थ लोगों को इस थेरेपी से बचना चाहिए, वरना गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
डॉक्टर्स के अनुसार किडनी की बीमारी, दिल की समस्याओं और डायबिटीज से जूझ रहे लोगों को IV ड्रिप थेरेपी बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए. ऐसा करने से उनकी कंडीशन बिगड़ सकती है. इसके अलावा इस थेरेपी के ज्यादा उपयोग से नसों में जलन, संक्रमण या इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन भी हो सकता है. इस थेरेपी के लंबे समय तक उपयोग से पोषक तत्वों को अवशोषित करने की शरीर की प्राकृतिक क्षमता कम हो सकती है और कई बीमारियां पैदा हो सकती हैं. इतना ही नहीं, इस थेरेपी पर लगातार निर्भरता से आपको इसकी लत लगा सकती है. अगर आप यह थेरेपी लें, तो पहले डॉक्टर से कंसल्ट करें.