कोरबा: छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में कई ऐसे गुणकारी वृक्ष पाए जाते हैं, जिनकी जड़ से लेकर पत्ते तक स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होते हैं. कोरबा जिले के जंगलों में बहुतायत मात्रा में एक ऐसा फल भी मिलता है, जो खाने में बेहद मीठा और स्वादिष्ट होने के साथ-साथ ‘इम्युनिटी बूस्टर’ कहलाता है. यह फल इन दिनों जंगलों से बाजारों में पहुंच गया है, जो सस्ते दामों में उपलब्ध है. हम बात कर रहे हैं तेंदू फल की, जो जंगलों में रहने वाले जनजाति समुदायों के लिए आम है और शहरों में रहने वाले लोगों की पहुंच से दूर होता है.
कोरबा जिले के जंगलों में तेंदू फल भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है. गर्मी के दिनों में यह फल शरीर को ठंडक देने के साथ-साथ एनर्जी भी प्रदान करता है. ग्रामीण क्षेत्र के लोग तेंदू फल को इकट्ठा कर शहर के व्यापारियों को बेचते हैं. अभी बाजार में इसकी कीमत 40 रुपये से लेकर 80 रुपये किलो तक है.
स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद
छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में पाया जाने वाला तेंदू फल इन दिनों शहरों में लोगों की खास पसंद बनता जा रहा है. गर्मियों के मौसम में पककर तैयार होने वाला यह फल पोषण से भरपूर होता है.आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. नागेंद्र नारायण शर्मा ने बताया कि तेंदू फल के ढेरों फायदे हैं. तेंदू फल में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. यह फल कई तरह की बीमारियों में फायदेमंद होता है.
तेंदू फल सेवन के फायदे
तेंदू फल में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. ये इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं.
तेंदू फल में विटामिन ए भी होता है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है.
तेंदू फल में फाइबर की मात्रा ज़्यादा होती है, जिससे वज़न घटाने में मदद मिलती है.
तेंदू फल में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और अर्थराइटिस में फायदेमंद होते हैं.
तेंदू फल में मौजूद फ्लेवोनॉइड्स डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.
तेंदू फल का सेवन करने से पाचन तंत्र मज़बूत होता है.
तेंदू फल का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
तेंदू फल का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है.
ग्रामीणों के लिए आय का बढ़िया साधन
तेंदू फल सिर्फ सेहत के लिए ही फायदेमंद नहीं, बल्कि ग्रामीणों के लिए यह एक अच्छा आय का साधन भी है. जंगलों में उगने वाला यह फल ग्रामीणों के लिए आजीविका का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है, जिससे वे हर साल अच्छी कमाई कर पाते हैं. इस तरह जंगलों से निकलकर तेंदू फल अब शहरों में अपनी पहचान बना चुका है. इसकी मांग हर साल बढ़ती जा रही है, जिससे न सिर्फ व्यापारियों और ग्रामीणों को लाभ हो रहा है, बल्कि शहरी उपभोक्ताओं को भी एक सेहतमंद और स्वादिष्ट फल खाने को मिल रहा है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.