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Sports News: जमुई जिला स्थित अलीगंज प्रखंड क्षेत्र के इस्लामनगर के रहने वाले शैलेश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में देश का नाम रोशन किया है. शैलेश ने इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है. साथ ही शैलेश ने खे…और पढ़ें
जमुई के रहने वाले हैं एथलीट शैलेश कुमार
हाइलाइट्स
- शैलेश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में गोल्ड मेडल जीता.
- खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में हाई जंप में भी स्वर्ण पदक जीता.
- शैलेश वर्तमान में सीडीपीओ के पद पर कार्यरत हैं.
जमुई. जिले के रहने वाले पैरा एथलीट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में कमाल कर दिखाया है. इस प्रतियोगिता में देश का नाम रोशन करते हुए इस युवा खिलाड़ी ने स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है. दरअसल, जमुई जिले के अलीगंज प्रखंड क्षेत्र के इस्लामनगर के रहने वाले शैलेश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में देश का नाम रोशन किया है. शैलेश ने इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है. इसके साथ ही शैलेश ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में हाई जंप स्पर्धा में भी स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है.
शैलेश की सफलता के बाद जिले भर के खेल प्रेमियों हर्ष का माहौल है. गौरतलब है कि शैलेश जमुई जिले के अलीगंज इस्लामनगर के रहने वाले हैं और वह बचपन से ही दोनों पैरों से दिव्यांग है. इसके बावजूद उन्होंने कभी भी इस चीज को अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया और दिन-रात मेहनत कर उन्होंने कई अलग-अलग प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किया है.
कई पदक जीत चुके हैं शैलेश
बताते चलें कि जमुई के रहने वाले शैलेश कुमार ने कई बार अपने देश का नाम रोशन किया है. शैलेश के पिता एक किसान हैं और वह बचपन से ही खेल के क्षेत्र में कुछ करना चाहते थे. शैलेश के पिता ने तमाम परेशानियों के बावजूद भी कभी भी शैलेश के सपने को कम नहीं होने दिया और इसका परिणाम यह सामने आया कि शैलेश अब तक कई अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में नाम कमा चुके हैं. बताते चलें कि इससे पहले 17 से 20 फरवरी तक चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय पैरा ओलंपिक में भी शैलेश ने सिल्वर मेडल जीता था और अपने देश का नाम रोशन किया था. इससे पहले वह वर्ष 2024 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित हुए पैरा ओलंपिक खेल में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
सीडीपीओ के पद पर कार्यरत हैं शैलेश
गौरतलब है कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित हुए पैरा ओलंपिक 2024 खेलों में शैलेश ने हिस्सा लिया था और वह ऐसा करने वाले दूसरे बिहारी खिलाड़ी बने थे. शैलेश ने ओलंपिक से पहले एशियाई पैरा गेम्स में हिस्सा लिया था. पेरिस में आयोजित हुए एशियाई पैरा गेम्स में शैलेश ने पदक जीता था. इससे पहले वह एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में 1.83 मीटर ऊंची चलांग लगाकर उन्होंने इस प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल किया था और रजत पदक अपने नाम किया था. शैलेश की सफलताओं को देखते हुए बिहार सरकार ने उन्हें मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना के तहत नौकरी भी दी और वर्तमान में शैलेश बाल विकास परियोजना विभाग में सीडीपीओ के रूप में काम कर रहे हैं.