आज का पंचांग, 3 अप्रैल 2025: चैत्र नवरात्रि का पांचवा दिन आज है. आज षष्ठी तिथि पर मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा करते हैं. आज चैत्र शुक्ल षष्ठी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, सौभाग्य योग, कौलव करण, दक्षिण का दिशाशूल और वृषभ राशि में चंद्रमा है. कात्यायन ऋषि की भक्ति से प्रसन्न होकर मां दुर्गा उनकी पुत्री के रूप में प्रकट हुईं, इसलिए इनका नाम कात्यायनी पड़ा. चार भुजाओं वाली कात्यायनी देवी सिंह पर सवार होती हैं. इनकी पूजा गोधूली वेला करना उत्तम होता है. भोग में माता को शहद प्रिय है. इनकी कृपा से भक्तों को सफलता, यश और शत्रुओं पर विजय मिलती है. इनकी पूजा के लिए मंत्र मां देवी कात्यायन्यै नमः है. देवी को पूजा के समय लाल रंग का गुलाब अर्पित करें.
आज के दिन गुरुवार व्रत भी है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. उनको पीले फूल, हल्दी, गुड़, चने की दाल, तुलसी के पत्ते, पंचामृत, धूप, दीप आदि अर्पित करते हैं. पूजा के समय विष्णु सहस्रनाम और श्री विष्णु चालीसा का पाठ करें. गुरुवार की व्रत कथा सुनें. उसके बाद विष्णु जी की आरती करें. यदि आप स्थिर धन प्राप्त करना चाहते हैं तो विष्णु जी के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें. गुरुवार को हल्दी, केसर, पीले कपड़े, पीतल, सोना, धार्मिक पुस्तक आदि का दान करें. इससे कुंडली का गुरु दोष मिटता है. आज के पंचांग से जानते हैं गुरुवार के शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, रवि योग, राहुकाल, दिशाशूल, चौघड़िया आदि.
आज का पंचांग, 3 अप्रैल 2025
आज की तिथि- षष्ठी – 09:41 पी एम तक, फिर सप्तमी
आज का नक्षत्र- रोहिणी – 07:02 ए एम तक, मृगशिरा – 05:51 ए एम, अप्रैल 04 तक
आज का करण- कौलव – 10:40 ए एम तक, तैतिल – 09:41 पी एम तक, गर
आज का योग- सौभाग्य – 12:01 ए एम, अप्रैल 04 तक, उसके बाद शोभन
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- गुरुवार
चंद्र राशि- वृषभ- 06:22 पी एम तक, फिर मिथुन
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सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:09 ए एम
सूर्यास्त- 06:40 पी एम
चन्द्रोदय- 09:37 ए एम
चन्द्रास्त- 12:31 ए एम, अप्रैल 04
चैत्र नवरात्रि पांचवे दिन के मुहूर्त और योग
रवि योग: 07:02 ए एम से 05:51 ए एम, अप्रैल 04
ब्रह्म मुहूर्त: 04:37 ए एम से 05:23 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 11:59 ए एम से 12:50 पी एम
अमृत काल: 09:29 पी एम से 11:00 पी एम
विजय मुहूर्त: 02:30 पी एम से 03:20 पी एम
दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
शुभ-उत्तम: 06:09 ए एम से 07:43 ए एम
चर-सामान्य: 10:51 ए एम से 12:24 पी एम
लाभ-उन्नति: 12:24 पी एम से 01:58 पी एम
अमृत-सर्वोत्तम: 01:58 पी एम से 03:32 पी एम
शुभ-उत्तम: 05:06 पी एम से 06:40 पी एम
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रात का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
अमृत-सर्वोत्तम: 06:40 पी एम से 08:06 पी एम
चर-सामान्य: 08:06 पी एम से 09:32 पी एम
लाभ-उन्नति: 12:24 ए एम से 01:50 ए एम, अप्रैल 04
शुभ-उत्तम: 03:16 ए एम से 04:42 ए एम, अप्रैल 04
अमृत-सर्वोत्तम: 04:42 ए एम से 06:08 ए एम, अप्रैल 04
अशुभ समय
राहुकाल- 01:58 पी एम से 03:32 पी एम
गुलिक काल- 09:17 ए एम से 10:51 ए एम
यमगण्ड- 06:09 ए एम से 07:43 ए एम
दुर्मुहूर्त- 10:19 ए एम से 11:09 ए एम, 03:20 पी एम से 04:10 पी एम
दिशाशूल- दक्षिण
शिववास
नन्दी पर – 09:41 पी एम तक, फिर भोजन में.