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IIT Kanpur study: वैज्ञानिको ने गंगा-ब्रह्मपुत्र क्षेत्र में एक नई फॉल्ट लाइन की खोज की है, जिससे भविष्य में बिहार, बंगाल और बांग्लादेश के इलाके में भूकंप आने की संभावना बढ़ गई है….
आईआईटी कानपुर
कानपुर: दुनिया में भूकंप के खतरे लगातार बने हुए हैं. अभी म्यांमार में आए भूकंप की तस्वीरों ने दुनिया को हिला कर रख दिया. अब आईआईटी कानपुर की एक रिपोर्ट ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है. यहां की टीम ने एक शोध किया है जिसमें एक नई फॉल्ट लाइन का पता चला है जहां भूकंप आने का खतरा बना हुआ है. यहां पर पहले भी भूकंप आए हैं. इसके भी प्रमाण वैज्ञानिकों को मिले हैं. बिहार, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के इलाके में भूकंप का खतरा बढ़ रहा है. आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर और भूकंप विशेषज्ञ प्रो. जावेद एन मलिक ने अपने शोध में इस क्षेत्र में एक नई फॉल्ट लाइन खोजी है, जिससे भविष्य में भूकंप आने की संभावना प्रबल है.
हिरोशिमा विश्वविद्यालय के प्रो. नकाटा ने भी किया था अध्ययन
इस क्षेत्र में भूकंप का खतरा पहले भी देखा गया था. करीब 21 साल पहले, हिरोशिमा विश्वविद्यालय के प्रो. नकाटा ने इस क्षेत्र में अध्ययन किया था और बताया था कि गंगा-ब्रह्मपुत्र क्षेत्र भूगर्भीय रूप से संवेदनशील है, उस समय उनकी टीम ने भूकंप के पुराने अवशेष और भूगर्भीय बदलावों को रिकॉर्ड किया था. अब, आईआईटी कानपुर की टीम ने इस अध्ययन को आगे बढ़ाते हुए नई फॉल्ट लाइन की पहचान की है जो
इस खतरे को और पुख्ता करती है.
फॉल्ट लाइन क्या है और यह क्यों है खतरनाक
फॉल्ट लाइन वह स्थान होती है जहां पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती या खिसकती हैं. जब यह गतिविधि तेज होती है तो भूकंप आने की आशंका बढ़ जाती है. आईआईटी कानपुर और हिरोशिमा विश्वविद्यालय के शोध में यह निष्कर्ष निकला कि गंगा-ब्रह्मपुत्र क्षेत्र में एक नई फॉल्ट लाइन सक्रिय हो रही है, जिससे यह इलाका भूकंप के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील हो सकता है.
यह कहता है शोध
वैज्ञानिकों ने पिछले 21 सालों के भूकंप से जुड़े आंकड़ों का अध्ययन किया और पाया कि यह क्षेत्र भूगर्भीय हलचलों के मामले में सक्रिय हो रहा है, हालांकि, अभी तक इस इलाके में बड़ा भूकंप नहीं आया है, लेकिन भविष्य में यहां झटके महसूस किए जा सकते हैं.प्रो. जावेद एन मलिक के अनुसार, इस क्षेत्र में आने वाले भूकंप की तीव्रता 7 मैग्नीट्यूड तक हो सकती है.हालांकि, यह तय नहीं है कि भूकंप कब आएगा, लेकिन वैज्ञानिकों के अनुसार, इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
सरकार को दी जाएगी रिपोर्ट
आईआईटी कानपुर ने अपने शोध की रिपोर्ट तैयार की है, जिसे जल्द ही भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय को सौंपा जाएगा. वैज्ञानिकों ने इस क्षेत्र में भूकंप रोधी संरचनाओं और सुरक्षा उपायों को अपनाने की सलाह दी है. आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिको ने गंगा-ब्रह्मपुत्र क्षेत्र में एक नई फॉल्ट लाइन की खोज की है, जिससे भविष्य में बिहार, बंगाल और बांग्लादेश के इलाके में भूकंप आने की आशंका बढ़ गई है. वैज्ञानिकों ने सरकार और लोगों को इस खतरे को गंभीरता से लेने और जरूरी सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है.