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गोरखपुर में GDA और निजी कंपनियां कई टाउनशिप परियोजनाएं शुरू कर रही हैं, जिससे शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा. खोराबार, राप्तीनगर, तालजहदा और तालकंदला में बड़े प्रोजेक्ट्स के साथ गोरखपुर…और पढ़ें
इस प्रोजेक्ट में लगभग 100 करोड़ रुपये का निवेश होगा,
रजत भट्ट/ गोरखपुर- गोरखपुर में शहरी विकास को नया आयाम देने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) और निजी कंपनियों द्वारा कई टाउनशिप परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं. ये प्रोजेक्ट न केवल आवासीय जरूरतों को पूरा करेंगे बल्कि शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर और अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देंगे.
खोराबार और राप्तीनगर में स्पोर्ट्स सिटी
GDA ने खोराबार और जंगल सिकरी में 187.22 एकड़ में ‘खोराबार टाउनशिप’ और मानबेला में 207 एकड़ में ‘राप्तीनगर विस्तार एवं स्पोर्ट्स सिटी’ विकसित करने की योजना बनाई है. इन परियोजनाओं के लिए भूखंड और प्लॉट का आवंटन भी शुरू हो चुका है, जिससे निवेशकों और आम नागरिकों की रुचि बढ़ रही है.
निजी क्षेत्र में बढ़ती दिलचस्पी
उत्तर प्रदेश टाउनशिप नीति 2023 के तहत निजी कंपनियां भी गोरखपुर में अपने प्रोजेक्ट ला रही हैं. जीत एसोसिएट्स को गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर चौरीचौरा तहसील के रामनगर कड़जहा में 46.423 एकड़ में टाउनशिप विकसित करने का लाइसेंस मिला है. इस प्रोजेक्ट में लगभग 100 करोड़ रुपये का निवेश होगा, और अप्रैल तक इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी.
तालजहदा और तालकंदला में बड़े प्रोजेक्ट
तालजहदा में 119 एकड़ भूमि पर मेसर्स ओमेक्स लिमिटेड एक इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित करेगा, जिसके लिए डीपीआर की स्वीकृति लंबित है. इसके अलावा, सदर तहसील के सिकटौर तालकंदला में 10 एकड़ में 55 करोड़ रुपये की लागत से एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) ट्रेनिंग अकादमी का निर्माण किया जा रहा है.
गोरखपुर बन रहा रियल एस्टेट का नया केंद्र
गोरखपुर और आसपास के इलाकों में पिछले आठ वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है, जिससे यह क्षेत्र नए निवेश के लिए आकर्षक बन गया है. रियल एस्टेट कंपनियां यहां बड़े पैमाने पर आवासीय और व्यावसायिक प्रोजेक्ट ला रही हैं. इस क्रम में मेसर्स ऐश्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड समूह ने सदर तहसील के तालकंदला में 75 एकड़ में टाउनशिप विकसित करने की योजना बनाई है.