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Holi Herbal Colors: होली के मौके पर हर्बल कलर भी इस्तेमाल होते हैं. इन कलर को खास फूलों से तैयार किया जाता है. जानें मेकिंग प्रोसेस.
हर्बल।कलर
हाइलाइट्स
- टेसू के फूलों से बने हर्बल रंग त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाते.
- हर्बल रंग बनाने के लिए टेसू के फूलों को सुखाकर पाउडर बनाया जाता है.
- हर्बल रंग महंगे हैं लेकिन सुरक्षित और पर्यावरण के लिए फायदेमंद हैं.
Holi Herbal Colors: कानपुर में होली का त्यौहार रंगों का त्योहार होता है, लेकिन आजकल बाजार में मिलने वाले केमिकल वाले रंग त्वचा और सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं. इन्हीं दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए कानपुर के हटिया बाजार के एक कारोबारी ने टेसू के फूलों से हर्बल रंग और गुलाल तैयार किया है. यह रंग पूरी तरह प्राकृतिक है और इससे किसी भी तरह की एलर्जी या स्किन इन्फेक्शन का खतरा नहीं होता.
ऐसे बनता है टेसू के फूलों से हर्बल रंग
टेसू के फूलों से रंग बनाने की परंपरा बहुत पुरानी है।.पहले के समय में लोग इन्हीं फूलों को पानी में भिगोकर रंग तैयार करते थे और होली खेलते थे. लेकिन अब इसे बड़े स्तर पर तैयार किया जा रहा है. फूलों को सुखाया जाता है – टेसू के फूलों को पहले धूप में अच्छी तरह सुखाया जाता है ताकि उनमें नमी न रहे.
फिर फूलों को पीसकर बनाया जाता है पाउडर . सूखने के बाद इन फूलों को पीसकर बारीक पाउडर बना लिया जाता है.गुलाल में मिलाया जाता है. इस पाउडर को गुलाल के साथ मिलाया जाता है. ताकि यह आसानी से उड़ सके और लोगों को पसंद आए. बिना किसी केमिकल के तैयार किया जाता है . इसमें कोई हानिकारक केमिकल नहीं मिलाया जाता, जिससे यह पूरी तरह हर्बल और सुरक्षित रहता है.
महंगा है लेकिन फायदेमंद
हालांकि यह हर्बल रंग बाजार में मिलने वाले केमिकल वाले रंगों से थोड़ा महंगा है, लेकिन फिर भी लोग इसे पसंद कर रहे हैं. इसका कारण यह है कि यह त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाता और बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी इसे बिना किसी डर के इस्तेमाल कर सकते हैं. कारोबारी का कहना है कि पूरे देश भर से इसके ऑर्डर आए थे और उन्होंने सभी को समय पर सप्लाई भी कर दिया. लोगों का इस हर्बल रंग को लेकर बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और कई लोगों ने इसे केमिकल रंगों से बेहतर बताया है.
हर्बल रंगों का बढ़ता क्रेज
अब धीरे-धीरे लोग हर्बल रंगों की ओर बढ़ रहे हैं. डॉक्टर्स और स्किन एक्सपर्ट भी यही सलाह देते हैं कि होली खेलते समय हर्बल रंगों का ही इस्तेमाल करें. ताकि किसी भी तरह की एलर्जी या नुकसान से बचा जा सके.अगर आप भी इस होली पर सुरक्षित और प्राकृतिक रंगों से खेलना चाहते हैं, तो टेसू के फूलों से बने हर्बल रंग और गुलाल का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह न सिर्फ आपकी त्वचा को सुरक्षित रखेगा, बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद रहेगा.
March 12, 2025, 12:55 IST