पटना में बीपीएससी छात्रों का आंदोलन चल रहा है। छात्रों की आज चीफ सेक्रेटरी से मुलाकात हुई और छात्रों ने अपने मांग पत्र को उन्हें सौंपा। इस बीच बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) 70वीं एकीकृत संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE) 2024 को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा की गई शिकायतों की जांच करेगा। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा, “वे जो चाहें कह सकते हैं; यह उनका अधिकार है, लेकिन आयोग इसकी जांच करेगा और उचित निर्णय लेगा।”
प्रदर्शनकारी छात्रों की मुख्य सचिव से हुई मुलाकात के बाद भाजपा नेता चिराग पासवान का भी एक बयान सामने आया था। अपने बयान में उन्होंने दावा किया कि छात्रों की मुख्य सचिव से यह मुलाकात उनकी वजह से हुई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से इस बात की जानकारी दी थी।
छात्र क्या कर रहे मांग
बिहार की राजधानी पटना में प्रदर्शन कर रहे बीपीएससी छात्र 13 दिसंबर को आयोजित हुई एकीकृत संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) 2024 को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि बीते रविवार को बिहार पुलिस ने गांधी मैदान में प्रदर्शन कर रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी किया था। घटना के बाद बिहार पुलिस ने गांधी मैदान में अनाधिकृत रूप से एकत्र होने, लोगों को भड़काने और कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने के आरोप में जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर समेत 600-700 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
दरअसल, पटना के बापू परीक्षा केंद्र से पेपर लीक और परीक्षा में गड़बड़ी की खबर आई थी, जिसके बाद से विवाद शुरू हो गया था। आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 70वीं सीसीई परीक्षा का आयोजन 13 सितंबर को बिहार के 912 केंद्रों पर किया गया था।
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