गुमला: झारखंड के गुमला जिले में बंदूक से गलती से गोली चल जाने से 8 साल की एक बच्ची घायल हो गई। घटना के बारे में जानकारी देते हुए एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि लड़की IED विस्फोट में घायल नहीं हुई, जैसा कि मीडिया के एक सेक्शन ने अपनी खबरों में दावा किया है। एसपी ने बताया कि मंगलवार को सुबह करीब 11 बजे जंगली जानवरों और पक्षियों को भगाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बंदूक से गलती से गोली चल गई थी, जिससे अनुष्का नाम की 8 साल की बच्ची घायल हो गई थी। उन्होंने बच्ची के IED ब्लास्ट में घायल होने की खबरों को खारिज कर दिया।
‘इलाज के लिए रांची रेफर हुई बच्ची’
एसपी के मुताबिक, अनुष्का के परिजनों ने घटना के बारे में पुलिस को नहीं बताया और उसे एक प्राइवेट अस्पताल ले गए। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने बच्ची को राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान रांची रेफर कर दिया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। एसपी ने कहा कि पुलिस की एक टीम ने गांव जाकर लड़की के घर से बंदूक बरामद कर ली है। उन्होंने बताया कि अनुष्का के परिजनों के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं। वहीं, एक दूसरी खबर में पश्चिम सिंहभूम जिले के एक जंगल से एक शक्तिशाली IED बरामद किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अफसर ने गुरुवार को बताया कि यह विस्फोटक प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) ने नक्सल विरोधी ऑपरेशन में जुटे सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए लगाया था।
‘मौके पर ही निष्क्रिय की गई IED’
पश्चिम सिंहभूम जिले के एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान CRPF, कोबरा, झारखंड जगुआर और जिला सशस्त्र पुलिस के सुरक्षाकर्मियों ने बुधवार को मारंगपोंगा और दलाईगारा गांवों के बॉर्डर के पास एक जंगल में शक्तिशाली IED का पता लगाया। उन्होंने बताया कि 5 किलोग्राम वजनी IED को बम निरोधक दस्ते ने मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया। पश्चिम सिंहभूम जिले के मुख्य कोल्हान क्षेत्र में एक करोड़ रुपये के इनामी मिसिर बेसरा सहित कई टॉप नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद पुलिस कई महीनों से बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चला रही है। (भाषा)