दो जिलों के 57 गांव होंगे शामिल
इस परियोजना के तहत यमुना एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से 83 किलोमीटर लंबे लिंक रोड से जोड़ा जाएगा, जिसकी लागत लगभग 4000 करोड़ रुपए अनुमानित की गई है. इसके लिए दो जिलों में कुल 57 गांवों की 997 हेक्टेयर जमीन किसानों से ली जाएगी या अधिग्रहित की जाएगी. इस लिंक रोड पर बुलंदशहर में एक नया इंटरचेंज भी बनेगा, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और गंगा एक्सप्रेसवे के बीच सीधा संपर्क स्थापित करेगा.
बेहतर कनेक्टिविटी का लाभ
इस परियोजना से यमुना एक्सप्रेसवे से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचने का प्रमुख मार्ग बनेगा. गंगा एक्सप्रेसवे के एयरपोर्ट से जुड़ने से मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर और अमरोहा के निवासियों के लिए एयरपोर्ट तक पहुंचना आसान हो जाएगा. यह लिंक रोड न केवल यात्रियों के आवागमन को सुविधाजनक बनाएगा बल्कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के अन्य शहरों जैसे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद से जुड़ने में भी सहायक होगा.
UPEIDA को मिला निर्देश
594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे के 62% सिविल कार्य पूरे हो चुके हैं. सड़क पर बेस लेयर का काम भी पूरा कर लिया गया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपीईआईडीए को निर्देश दिया है कि गंगा एक्सप्रेसवे को 24 दिसंबर से वाहनों के लिए खोल दिया जाए, ताकि प्रयागराज में महाकुंभ मेले के दौरान मेरठ और प्रयागराज के बीच तेज और सुगम यातायात की सुविधा मिल सके.
हवाई यात्राओं में होगी वृद्धि
इस महत्वपूर्ण परियोजना से कनेक्टिविटी में सुधार होगा. इसके चलते उत्तर प्रदेश में हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश के विभिन्न हिस्सों से बेहतर तरीके से जुड़ सकेगा, जिससे राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को गति मिलेगी और प्रदेश दिन-प्रतिदिन तरक्की करेगी.