नई दिल्ली. भारत में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है लेकिन इसके आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध नहीं है. इस कारण जरूरी नियाकम ढांचा तैयार नहीं हो पा रहा है, जो बच्चों को इसके खतरे से बचाने के लिए जरूरी है.’ तमिलनाडु ऑनलाइन गेमिंग प्राधिकरण (TNOGA) के चेयरपर्सन मोहम्मद नसीमुद्दीन ने इंडिया गेमिंग कन्वेंशन 2024 में यह बात कही. उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि गेमिंग कंपनियां TNOGA को विश्वसनीय डेटा उपलब्ध कराएं. इससे ऐसी नीतियां बनाई जा सकेंगी जो पब्लिक और इंडस्ट्री दोनों के हित में हों.’ ‘गेम के संरक्षक: नाबालिगों के लिए गेमिंग में लाभ और सुरक्षा के संतुलन’ विषय पर आधारित यह कन्वेंशन नई दिल्ली में आयोजित किया गया.
TNOGA के चेयरपर्सन मोहम्मद नसीमुद्दीन ने इंडिया गेमिंग कन्वेंशन 2024′ में ऑनलाइन गेमिंग के बढ़ते क्षेत्र में नाबालिगों की सुरक्षा पर जोर दिया गया. कन्वेंशन में गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की डॉ. नियति पांडे और इंडसलॉ की रंजना अधिकारी ने भी हिस्सा लिया. नसीमुद्दीन (रिटायर्ड आईएएस) ने इस दौरान कहा कि TNOGA का इरादा इंडस्ट्री की ग्रोथ रोकना नहीं, बल्कि ऐसे उपाय लागू करना है जो इसे टिकाऊ बनाए रखते हुए बच्चों और युवाओं की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करें.
नसीमुद्दीन ने डेटा-आधारित नियमों की बात पर जोर देते हुए कहा कि गेमिंग अथॉरिटी उद्योग से अधिक वास्तविक आंकड़े जुटाना चाहती है ताकि मजबूत नियामक ढांचा तैयार किया जा सके. यह इंडस्ट्री समेत सभी के हित में है कि जिम्मेदार और टिकाऊ ऑनलाइन गेमिंग माहौल तैयार किया जाए.
तमिलनाडु में शोध कर रही अथॉरिटी
उन्होंने बताया कि तमिलनाडु के ग्रामीण और शहरी इलाकों के स्कूल और कॉलेज के छात्रों में गेमिंग आदतों को समझने के लिए गेमिंग अथॉरिटी शोध कर रही है. इस शोध से युवाओं के गेमिंग व्यवहार और उनकी जरूरतों का पता लगाया जा सकेगा, जिससे कारगर नियम बनाए जा सकें.
जुए के बढ़ते प्लेटफार्म्स को रेगुलेट करना चुनौती
सट्टेबाजी और जुए के बढ़ते प्लेटफार्म्स पर नसीमुद्दीन ने माना कि राज्य अधिकार क्षेत्र की सीमाओं के चलते इन्हें रेगुलेट करना एक बड़ी चुनौती है. उनका मानना है कि इस समस्या के समाधान में केंद्र सरकार की भूमिका अहम हो सकती है. हालांकि, तमिलनाडु भी अपने स्तर पर कदम उठा रहा है, जिसमें इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (ISPs) की मदद से अनधिकृत प्लेटफार्म्स को रोकने की कोशिशें शामिल हैं.
तमिलनाडु पेश कर सकता है उदाहरण
नसीमुद्दीन ने TNOGA की उस प्रतिबद्धता को दोहराया जिसमें इंडस्ट्री की ग्रोथ और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाए रखने की बात है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इंडस्ट्री के सहयोग और डेटा-आधारित दृष्टिकोण से तमिलनाडु एक ऐसा उदाहरण पेश कर सकता है जो सुरक्षित और रेगुलेटेड ऑनलाइन गेमिंग को बढ़ावा दे, नाबालिगों की सुरक्षा करे और सभी संबंधित हितधारकों के लिए फायदेमंद साबित हो.
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FIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 15:52 IST