आजमगढ़: जिले के मंडलीय अस्पताल में नई सीटी स्कैन मशीन लगने जा रही है. इससे लोगों को नई और अत्याधुनिक सुविधा मिल सकेगी. मंडलीय अस्पताल में पिछले 5 साल से सीटी स्कैन मशीन खराब थी जिसके कारण मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. मेडिको लीगल केस के लिए सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण दूसरे जनपद का सहारा लेना पड़ता था. ऐसे में नई सीटी स्कैन मशीन लगने से लोगों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी.
5 साल से खराब है पुरानी सीटी स्कैन मशीन
जिला अस्पताल में मरीजों के लिए बेहतर सुविधा का इंतजाम करने के लिए प्रशासन की तरफ से लगातार नई-नई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं. इसी के तहत अस्पताल में 128 स्लाइड की अत्याधुनिक सीटी स्कैन मशीन लगाई जाएगी. इसके पहले अस्पताल में 5 साल पहले सीटी स्कैन मशीन लगाई गई थी जो 15 स्लाइड की थी. इसमें सभी प्रकार की जांच नहीं हो पाती थी. जरूरत पड़ने पर लोगों को बाहर जांच कराना पड़ता था. मरीजों की जरूरत को पूरा करने के लिए पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल से सीटी स्कैन किया जाता था.
नई अत्याधुनिक तकनीक से होगी जांच
पीपीपी मॉडल से होने वाले सीटी स्कैन में मेडिको लीगल केस का सीटी स्कैन नहीं होता था. इसके अलावा कुछ गंभीर मामलों की भी जांच नहीं हो पाती थी. मरीजों को जरूरत पड़ने पर अस्पताल के बाहर जाना पड़ता था जो बेहद खर्चीला होता था. मरीजों को मंडलीय अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन के लिए 5 साल तक इंतजार करना पड़ा. हालांकि, यह इंतजार अब खत्म होने वाला है. मंडलीय अस्पताल को अब आधुनिक सिटी स्कैन मशीन की सुविधा जल्द ही उपलब्ध हो जाएगी. इस मशीन से शरीर के सभी अंगों का उच्च गुणवत्ता से सीटी स्कैन हो सकेगा.
एमआरआई मशीन लगने का भी रास्ता साफ
आजमगढ़ मंडलीय अस्पताल में एमआरआई मशीन की व्यवस्था आज तक उपलब्ध नहीं हो पाई है. साल 2018-19 में ही एमआई के लिए भवन निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया था लेकिन मशीन उपलब्ध नहीं हो सकी. पिछले 5 साल से अस्पताल में एमआरआई मशीन का इंतजार हो रहा है. हालांकि, एमआरआई मशीन उपलब्ध होने का रास्ता भी अब साफ हो चुका है. जल्द ही मरीजों को जिला अस्पताल में एमआरआई की भी सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. सीएमओ आजमगढ़ अशोक कुमार ने बताया की मंडलीय अस्पताल में जल्द ही सीटी स्कैन मशीन और एमआआई की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. दोनों मशीनों को अस्पताल में उपलब्ध कराने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. उम्मीद है कि एक दो महीने में दोनों मशीन अस्पताल में उपलब्ध हो जाएंगी.
FIRST PUBLISHED : November 4, 2024, 21:53 IST