मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है और सूबे में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। चुनावों के नतीजे वोटिंग के 3 दिन बाद 23 नवंबर को आएंगे। इस बीच चुनाव आयोग ने एक बेहद दिलचस्प जानकारी साझा की है। महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, सूबे में मतदान करने के पात्र 9.7 करोड़ से भी ज्यादा वोटर्स में से 100 साल या उससे ज्यादा की उम्र के मतदाताओं की संख्या 47,392 है। बता दें कि महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए कुल 7994 उम्मीदवारों के नामांकन वैध पाए गए हैं।
राज्य में तृतीय लिंग के 6,101 मतदाता
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, 18-19 आयुवर्ग के मतदाताओं की संख्या 22,22,704 है। वहीं, राज्य में 100 वर्ष या उससे अधिक आयु के मतदाता 47,392 हैं। प्रदेश में सबसे बुजुर्ग मतदाता की उम्र 109 वर्ष है। CEO कार्यालय द्वारा जारी की गई जानकारी के मुताबिक, राज्य में कुल 9,70,25,119 पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें 5,00,22,739 पुरुष, 4,69,96,279 महिलाएं और 6,101 तृतीय लिंग के मतदाता हैं।
921 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र अवैध
महाराष्ट्र के निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि सूबे की 288 विधानसभा क्षेत्र के लिए दाखिल 7994 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र जांच के बाद वैध पाए गए हैं। राज्य के CEO कार्यालय ने गुरुवार को एक बयान में बताया कि 921 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र अवैध पाए गए हैं। उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 22 अक्टूबर को शुरू हुई और 29 अक्टूबर को समाप्त हो गई। नामांकन पत्रों की 30 अक्टूबर को जांच की गई, जबकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 4 नवंबर है।
महायुति और MVA में है मुख्य मुकाबला
महाराष्ट्र में सत्ता के लिए मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ दलों के गठबंधन ‘महायुति’ और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘महा विकास आघाडी’ यानी कि MVA के बीच है। इसके अलावा सूबे में छोटी पार्टियां और निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं। महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं जबकि विपक्षी दलों के गठबंधन महा विकास आघाडी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और NCP (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं। (भाषा से इनपुट्स के साथ)