गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के परसपुर के एक किसान हैं जो की कला नमक की खेती करके लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. काला नमक धान की एक प्रजाति है. इसमें धान की बालियां काली होती हैं और इसका चावल काफी सुगंधित और स्वादिष्ट होता है. यह मूलतया सिद्धार्थनगर में पाई जाती है लेकिन गोंडा में भी कुछ किसान इसकी खेती कर रहे हैं.
लोकल 18 से बातचीत के दौरान प्रगतिशील किसान रवि शंकर सिंह ने बताया कि वह कई प्रकार की जैविक खेती कर रहे हैं. इस समय वह काला नमक और गोपाल भोग की खेती कर रहे हैं. काला नमक और गोपाल भोग की खेती उस खेत में की जाती है जिसमें जलभराव रहे. इससे काला नमक धान की फसल को कोई नुकसान नहीं होता है. उन्होंने बताया कि 25 हेक्टेयर में काले नमक की खेती इस बार कर रहे हैं आगे और करने की उम्मीद है.
कई जगह नौकरी करने के बाद खेती में आजमाया किस्मत
रविशंकर ने बताया कि ग्रेजुएशन पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने कई जगह नौकरी की लेकिन समझ में नहीं आया. उसके बाद खेती में अपनी किस्मत आजमाई और इस समय लगभग डेढ़ सौ बीघा में खेती कर रहे हैं. जिससे उनका सालाना एक करोड़ का टर्नओवर है.
क्या है गोपाल भोग
रवि शंकर सिंह ने बताया कि यह एक धान की प्रजाति है. इसका चावल काफी बारीक होता है. इस चावल की खासियत यह है कि बनते समय इसकी सुगंध काफी अच्छी होती है. यदि आप भगोने में किसी भी प्रकार का चावल बना रहे हैं तो उसमें गोपाल भोग चावल की थोड़ी मात्रा डाल देने से उस पूरे चावल का स्वाद गोपाल भोग जैसा हो जाता है.
FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 18:14 IST