महोबा. यूपी के जिले महोबा से एक बड़ा मामला सामने आया है. जहां एक महिला को कुछ दिनों से बुखार आ रहा था, जिसके चलते वह झोलाछाप डॉक्टर के पास पहुंच गई. डॉक्टर ने उसे एक इंजेक्शन लगा दिया. इंजेक्शन लगते ही महिला की हालत बिगड़ने लगी. जिसके बाद डॉक्टर उस महिला की बिगड़ती तबियत को देख घबरा गया. आनन-फानन में डॉक्टर महिला को अपनी निजी कार से लेकर झांसी ले गया. आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है.
दरअसल, जिला महोबा में बुखार का इलाज कराने गई महिला को झोलाछाप डॉक्टर ने इंजेक्शन लगा दिया, जिसके बाद उसकी मौत हो जाती है. महिला की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. महिला की मौत से आक्रोशित हुए परिजनों ने हाईवे में जाम लगाकर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और परिवार को आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग की ह. तो वहीं पुलिस ने मृतका के परिजनों को समझाबुझाकर जाम खुलवाया और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
मामला महोबकंठ थाना व कस्बा क्षेत्र का है. जहां थाना क्षेत्र के रूरी कला गांव के रहने वाले लालदिवान की 35 वर्षीय पत्नी गोमती बीते कई दिनों से आ रहा था. बुखार का इलाज कराने के लिए पति लालदिवान के साथ महिला महोबकंठ कस्बा स्थित एक अस्पताल पहुंची. जहां आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर द्वारा बुखार का इंजेक्शन लगाने के बाद अचानक गोमती की हालत बिगड़ गई. गोमती को अचेत होता देख आनन फानन में झोलाछाप डॉक्टर द्वारा अपनी निजी कार से उसे परिवार के मना करने के बावजूद भी झांसी ले जाया गया. झांसी पहुंचने के बाद बिना भर्ती किए डॉक्टर द्वारा उसे मृत बता इलाज करने से साफ मना कर दिया गया.
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महिला की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. तो वहीं महोबकंठ वापस पहुंचे परिजनों ने हाईवे में जाम लगा नामजद आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने एवं आर्थिक सहायता की दिलाने मांग की है. जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतका के परिवारीजनों को समझाबुझाकर जाम खुलवाया और नामजद आरोपी के खिलाफ तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है. मृतका के पति लालदिवान ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि शुक्रवार को तकरीबन 1:00 बजे दिन में अपनी पत्नी गोमती का इलाज कराने महोबकंठ निवासी डॉक्टर अमृतलाल निरंजन के अस्पताल में आया था.
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आरोप लगाया कि डॉक्टर अमृतलाल ने इलाज किया और इंजेक्शन लगाया इसके बाद गोमती की तबीयत ज्यादा खराब हो गई और तत्काल उसकी मौत हो गई. आरोप है कि मौत होने के बाद डॉक्टर ने एंबुलेंस ना बुलाकर अपनी निजी कार संख्या यूपी 95-एम-26 11 से परिवार के मना करने के बावजूद भी झांसी ले गए. झांसी पहुंचने के बाद बिना भर्ती किए अस्पताल के डॉक्टर द्वारा उसे मृत बता कर इलाज करने से मना कर दिया गया. पीड़ित लालदिवान ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग की है. फिलहाल पुलिस तहरीर के आधार पर आरोपी डॉक्टर अमृतलाल निरंजन के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है.
FIRST PUBLISHED : October 26, 2024, 08:02 IST