हरियाणा-पंजाब जैसे प्रदेशों के मुकाबले यूपी में अभी भी खेलों के प्रति छात्रों और अभिभावकों में रुझान कम है। इस कारण स्कूली स्तर पर खिलाड़ी खोजना कठिन काम रहता है। राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक नईम अहमद ने इस कमी को दूर करने के लिए खेलों से ख्याति अभियान शुरू किया। उन्होंने छात्रों और अभिभावकों को खेलों के लाभ बताए। इससे छात्र खेलों की तरफ आकर्षित हुए। अच्छे खिलाड़ी मिले तो उन्होंने प्रदेश स्तर तक बरेली का नाम रोशन किया।
जिले में लगभग 450 माध्यमिक विद्यालय हैं मगर जब बात खेलों की आती है तो मुश्किल से 30-40 स्कूलों के ही छात्र खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं। खिलाड़ियों की कमी होने के कारण अच्छी टीम भी नहीं बन पाती है। राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक नईम अहमद ने इस कमी को दूर करने के लिए खेलों से ख्याति अभियान शुरू किया। सबसे पहले उन्होंने अपने स्कूल राजकीय इंटर कॉलेज में छात्रों और अभिभावकों को खेल के लाभ बताए। उन्हें खेलों के माध्यम से मिलने वाली नौकरियों के विषय में जानकारी दी।
धीरे-धीरे कर मंडल के दूसरे स्कूलों में भी यही अभियान चलाया गया। छात्रों की लगातार काउंसलिंग हुई तो उसका असर हुआ। इस सत्र में खिलाड़ियों की संख्या में इजाफा हुआ। नईम ने ब्लॉक, जिला और मंडल स्तर पर जीतने वाले खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सम्मानित किया। इसका और भी असर हुआ। खिलाड़ियों ने जबरदस्त मेहनत की। इसका परिणाम राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं में नजर आया। प्रदेशीय टेबल टेनिस, बैडमिंटन, सेपक टाकरा और जूडो में बरेली के 32 खिलाड़ी मेडल जीतने में सफल रहे।
सफल खिलाड़ियों का हुआ सम्मान समारोह
नईम अहमद ने प्रदेशीय टेबल टेनिस, बैडमिंटन और सेपक टाकरा में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त कर बरेली मंडल का गौरव बढ़ाने वाले 26 खिलाड़ियों का सम्मान कराया। मंडलीय उप शिक्षा निदेशक गजेन्द्र कुमार ने सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया। मथुरा में आयोजित प्रदेशीय जूडो प्रतियोगिता में भी बरेली के छह खिलाड़ियों ने मेडल जीते। इनको भी पुरस्कृत कराया गया।