डाला, हिन्दुस्तान संवाद। अचलेश्वर महादेव मंदिर के प्रागंण में रुद्राभिषेक नवाह्यन पारायण यज्ञ मानस
डाला, हिन्दुस्तान संवाद। अचलेश्वर महादेव मंदिर के प्रागंण में रुद्राभिषेक नवाह्यन पारायण यज्ञ मानस प्रवचन के सोमवार को दूसरे दिन मर्मज्ञ ब्रजेश दीक्षित ने बताया कि विदेशी संस्कृति ने हमारे धर्म पर आघात किया है। मानस प्रवचन शुरुआत होने के पूर्व मंदिर के महंत मुरली तिवारी ने आरती करके कथा की शुरुआत कराया।
प्रवचन के दौरान श्री दीक्षित ने बताया कि जिसके तलब लगे वो नशा है प्रत्येक नशा को आप छोड़ सकते हैं केवल आपके पास आत्मबल हो। करहिं आहार शाक फल कंदा, सुमरहिं ब्रह्म सच्चिदानंदा। आहार का प्रभाव भजन पर पड़ता है। भजन करने वाले को आहार बहुत शुद्ध चाहिए। मनुष्य जैसा आहार करता है वैसा उसका स्वभाव बनता है। जैसा बिना मणि के सांप नही रह सकता है उसी तरह बिना सत्संग के मनुष्य को नही रहना चाहिए। वेद, पुराण, संत सभी का कहना है कि संसार में सुचरित्रा, सती, साध्वी और पतिव्रता यह चार प्रकार की ्त्रिरयां होती हैं, जिसमें उत्तम पतिव्रता स्त्री के पति को कोई नहीं मार सकता अपितु माता सीता उत्तम बधु व मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम उत्तम पुरुष हैं। मानस प्रवचन का संचालन यज्ञाचार्य राजेश मिश्र ने किया। इस दौरान मानस परिवार समिति के अध्यक्ष नीरज पाठक, उपाध्यक्ष राजवंश चौबे, जगदीश तिवारी, सुरेश सिंह, महामंत्री पवन शर्मा, गिरिश तिवारी, इंदू शर्मा, देवनाथ चंद्रवंशी आदि मौजूद रहे।