यूपी की नौ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपमुख्यमंत्रियों, जिलों के प्रभारी मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संगठन के पदाधिकारियों के साथ शनिवार को एक बैठक की। बैठक में उपचुनाव को लेकर व्यापक विचार विमर्श हुआ और रणनीतियां तैयार की गई। बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी नौ सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए मंत्रियों और पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां भी सौंपी। मीटिंग में मंत्रियों और पदाधिकारियों के बीच आपसी समन्वय को और अधिक मजबूत करने पर जोर दिया गया।
मीटिंग में यह भी तय हुआ कि उपचुनाव में पार्टी का कोई भी नेता अपने निर्धारित क्षेत्र में जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में कोई कमी न छोड़ें। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी दौ सीटों पर दो-दो रैलियां करेंगे। d उन्होंने कहा कि उपचुनाव में हर सीट महत्वपूर्ण है और इसके लिए बूथ स्तर पर सटीक प्रबंधन और निगरानी आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने नेताओं को अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय रहने और जमीनी स्तर पर लोगों के बीच जाकर चौपाल लगाने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि चौपाल के माध्यम से जनता की समस्याओं को समझा जाए और उनका समाधान किया जाए जिससे लोगों का विश्वास पार्टी में बढ़े। बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि प्रभारी मंत्री और पदाधिकारी उन जिलों में अधिक समय बिताएं जहां उपचुनाव हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में जाकर लोगों से सीधा संवाद स्थापित करें, उनकी समस्याओं को सुनें और त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।
जिलों के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर चुनावी तैयारियों को और सुदृढ़ किया जाए। इस अवसर पर भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी पार्टी की तैयारियों का जायजा लिया और सभी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि पार्टी सभी नौ सीट के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी। चौधरी ने विश्वास जताया कि पार्टी न सिर्फ नौ घोषित सीटों पर विजय प्राप्त करेगी बल्कि जल्द ही दसवीं सीट भी घोषित होगी और वह भी भाजपा के खाते में ही जाएगी।