Mukhtar Ansari-Munna Bajrangi gang: यूपी पुलिस ने अंडरवर्ल्ड में फिर से सिर उठा रहे मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गिरोह के गैंगस्टरों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। इनमें कई जेल में बंद हैं और सलाखों के पीछे से गिरोह को मजबूत करने में लगे हैं। जेल से छूटने पर ये अपराधी बड़ी वारदात कर सकते हैं। कई गैंगस्टर जमानत पर बाहर हैं, जिनके बारे में यूपी पुलिस ब्योरा तैयार कर रही है। इस बारे में एलआईयू रिपोर्ट जिलों से पुलिस मुख्यालय तक पहुंची तो सब अलर्ट मोड पर आ गए। कुछ जिलों के एसपी को उनके यहां की जेल में बंद ऐसे माफिया के बारे में बता दिया गया है। कहा गया कि इन पर और इनसे मिलने आने वालों पर नजर रखी जाए। देखे कि ये लोग नए युवाओं को जोड़ कर गिरोह तो नहीं बना रहे हैं। पुलिस ने गैंगस्टरों की नई सूची तैयार करना शुरू कर दिया है।
मुख्तार अंसारी का दाहिना हाथ कहे जाने वाले मुन्ना बजरंगी की नौ जुलाई, 2018 को बागपत जेल के अंदर हत्या कर दी गई थी। वहीं मुख्तार की मौत के बाद उसका गिरोह तितर-बितर होने लगा। एसटीएफ के मुताबिक, अंडरवर्ल्ड के इन दो बड़े नामों का खात्मा होने के बाद इनके गिरोह के छोटे ‘माफिया’और अन्य अपराधी अपना अलग गिरोह बनाने में लग गए हैं। जेल में बंद ऐसे अपराधियों से मिलने वालों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही इनके जमानतदारों की सूची भी तैयार की जा रही है।
इन पर कसा जा रहा शिकंजा
चित्रकूट जेल में बंद अपराधी सुंदर भाटी के अलावा गाजीपुर जिले का अमित ठठेरा, आजमगढ़ का सोहन पासी, रामू मल्लाह, रेयान अहमद, शाहिद, बाबू सिंह, मंजूर अहमद के अलावा दो दर्जन ऐसे गैंगस्टर व हिस्ट्रीशीटर हैं, जिनके बारे में खुफिया सूचनाएं एसटीएफ और यूपी पुलिस के अफसरों को मिली है। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्तार व बजरंगी की मौत के बाद उनके कई गुर्गे व अन्य अपराधी वर्चस्व कायम करने के लिए अपना अलग गिरोह बना रहे हैं। इनमें से कई जेल में है और अपनी जमानत होने का इंतजार कर रहे हैं। कुछ दिन पहले एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने कई जिलों के एसपी को इस बारे में चेताया भी है कि इन पर नजर रखें। ये जेल से छूटते ही अपराध की बड़ी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।