एक बड़े पान मसाला समूह के कानपुर, उरई और हमीरपुर स्थित प्रतिष्ठानों पर शुक्रवार को सीजीएसटी की डीजीजीआई विंग ने छापेमारी की। ऑफिस और फैक्टरियों में दस्तावेज खंगाले गए। सिर्फ कानपुर में ही कारोबारी के आवास, फैक्टरियों के अलावा बिजनेस सहयोगियों व रिश्तेदारों समेत 11 ठिकानों पर कार्रवाई की गई। दिल्ली, लखनऊ से आईं 70 से अधिक अफसरों की टीमें देर रात तक जांच में जुटी रहीं। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान टैक्स चोरी व बोगस कंपनियों के जरिए व्यापक स्तर पर खरीद-बिक्री के साक्ष्य मिले हैं। हालांकि छापेमारी को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया है। कार्रवाई में शामिल किसी भी अफसर ने कुछ भी बताने से इनकार किया है।
सुबह सात बजे डीजीजीआई विंग ने पनकी स्थित दो फैक्टियों पर छापेमारी की और कारोबारी के स्वरूप नगर व रतन लाल नगर आवास पर पहुंची। कारोबारी के भाई की पनकी में पान मसाला का रेपर तैयार करने वाली दो फैक्टियों को भी जद में लाया गया। उनके नजदीकी रिश्तेदार व कारोबार में सहयोगी के पांडु नगर स्थित आवास पर भी टीम ने छापा मारा। देर रात तक सभी जगह दस्तावेज खंगाले जाते रहे। फैक्टियों में रखे माल से दस्तावेजों में दर्ज आंकड़ों का मिलान भी किया गया। बताया जा रहा है कि इसमें बड़े स्तर पर खामियां मिली हैं।
ट्रांसपोर्टर व सुपाड़ी व्यापारी के यहां भी छानबीन
डीजीजीआई विंग ने पान मसाला कारोबारी के बिजनेस में सहयोगियों को भी रडार पर रखा। माल भेजने और लाने में सहयोग करने वाले ट्रांसपोर्टर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गोदाम में भी छापा मारा गया। इसके अलावा सुपाड़ी की सप्लाई करने वाले व्यापारी के किदवई नगर समेत दो ठिकानों को भी कार्रवाई में शामिल किया गया। दोनों जगह एक-एक टीम देर रात तक दस्तावेज खंगालती रही।
करोड़ों की कर चोरी, फर्जी ढंग से खरीद-बिक्री
कार्रवाई के दौरान कारोबारी के अलावा सहयोगियों के ठिकानों से भी बड़े स्तर पर हेराफेरी व गड़बड़ी मिली है। सूत्रों के अनुसार अब तक जांच में करोड़ों की कर चोरी मिली है। वहीं, फर्जी कंपनियां बनाकर खरीद-बिक्री करने व माल मंगवाने से लेकर खपाने में भी कारोबारी के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं।
परिजनों से पूछताछ, बैंक खातों का लिया ब्योरा
कारोबारी के स्वरूप नगर, पांडु नगर स्थित आवास से कई अहम दस्तावेज मिले हैं, जिसे टीम ने कब्जे में ले लिया है। कारोबारी के परिजनों से भी पूछताछ की गई। घर का कोना-कोना छाना गया। परिजनों के साथ नौकरों व काम करने वालों के बैंक खातों की जानकारी एकत्र हुई। सूत्रों के मुताबिक घर से बड़ी मात्रा में कैश, जेवर भी मिला है। इनके कागजात अधिकारियों ने मांगे हैं। फैक्टियों के महत्वपूर्ण लोगों को फोन कर मौके पर बुलाया गया।
2021 में पकड़ी थी 150 करोड़ की टैक्स चोरी
40 साल से पान मसाला कारोबार में सक्रिय इस समूह पर पहले भी टैक्स चोरी व मुखौटा कंपनियों के सहारे खरीद-फरोख्त करने पर कार्रवाई हो चुकी है। 2021 जुलाई में इनके प्रतिष्ठानों पर पांच दिन कार्रवाई हुई थी। इसमें 400 करोड़ की काली कमाई का राज खुला था। दो दर्जन से अधिक बोगस कंपनियों के सहारे कारोबार को आगे बढ़ाने की बात सामने आई थी। इसके कुछ ही दिन बाद एसजीएसटी ने भी कार्रवाई कर बड़ी टैक्स चोरी उजागर की थी। करीब 150 करोड़ की टैक्स चोरी का आरोप लगा था।