यूपी में नौ सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले भाजपा को बड़ी कामयाबी मिली है। सहकारी गन्ना विकास समिति और सहकारी चीनी मिल संघ के चुनाव में भाजपा ने प्रदेश में परचम लहराया है।
यूपी में नौ सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले भाजपा को बड़ी कामयाबी मिली है। सहकारी गन्ना विकास समिति और सहकारी चीनी मिल संघ के चुनाव में भाजपा ने प्रदेश में परचम लहराया है। इस कामयाबी पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि मोदी और योगी सरकार की नीतियों पर प्रदेश के किसानों ने जीत की मुहर लगाई है। चौधरी ने कहा कि प्रदेश में नौ साल बाद हुए चुनाव में पहली बार बड़ी संख्या में भाजपा के उम्मीदवार जीते हैं।
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सहकारी गन्ना विकास समिति के चुनाव में 151 में 148 सीटों पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी विजयी हुए है। सहकारी चीनी मिल संघ के चुनाव में सभी 25 स्थानों पर भाजपा को जीत मिली है।
चौधरी ने कहा कि चुनाव से पूर्व में डेलिगेट व संचालक का चुनाव हुआ, जिसमें पार्टी के हजारों की संख्या में डेलीगेट व 1500 से अधिक डायरेक्टर निर्वाचित हुए हैं। गन्ना समिति की चुनाव प्रकिया 23 सितंबर से 18 अक्तूबर तक चली। इनमें मेरठ, रामपुर, पीलीभीत, मुजफ्फरनगर, बिजनौर सहित सभी जिलों में सहकारी गन्ना समितियों में भाजपा के उम्मीदवार जीते हैं। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने दो लाख करोड़ से ज्यादा के गन्ना मूल्य का भुगतान किसानों को किया है। मिल्कीपुर सीट के उपचुनाव को लेकर चौधरी ने कहा कि सपा डरी हुई है और वो चुनाव टालने की कोशिश कर रही है।
बुलंदशहर में जहांगीराबाद स्थित अनूपशहर गन्ना समिति के चुनाव में भाजपा के हरीराज सिंह निर्विरोध उपसभापति चुने गए। जिले के तीनों गन्ना समितियों पर भाजपा ने परचम लहराया है। अलीगढ़ में दि किसान सहकारी चीनी मिल्स समिति लिमिटेड साथा के उपाध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी नरेन्द्र मालव निर्विरोध निर्वाचित हुए। इससे पूर्व डेलीगेट्स व डायरेक्टर पद के लिए चुनाव की नौबत नहीं आई थी। सपा, बसपा, कांग्रेस सहित अन्य किसी भी राजनीतिक दल ने अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार ही नहीं था।
दि किसान सहकारी चीनी मिल्स समिति लिमिटेड, साथा के विभिन्न पदों के लिए होने वाले चुनाव में निर्वाचित होने वाले प्रतिनिधियों का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। पूर्व में डेलीगेट्स, डायरेक्टर से लेकर उपाध्यक्ष पद पर सत्ता में रहते हुए सपा, बसपा का कब्जा रहा है। कुल 13 पदाधिकारियों का बोर्ड होता है। जिसके पदेन अध्यक्ष डीएम होते हैं। इसके एक उपाध्यक्ष व 11 डायरेक्टर चुने जाते हैं। साथा चीनी मिल्स समिति का कार्यक्षेत्र अलीगढ़ के अलावा बुलंदशहर के अरनियां व पहासू ब्लॉक तक फैला हुआ है।
वहीं, गोपी चीनी मिल सहकारी गन्ना विकास समिति के लिए भी शुक्रवार को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव संपन्न हुआ। जिसमें सुनील कुमार को भारी मतों से विजयी घोषित किया गया। उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में नीतू सिंह निर्वाचित हुईं। नवनिर्वाचित अध्यक्ष के बड़े भाई भाजपा के मंडल अध्यक्ष हैं।
11 डायरेक्टर बीते दिनों ही चुन लिए गए थे निर्विरोध
उपाध्यक्ष से पहले 11 डायरेक्टर का चुनाव होना था लेकिन नामांकन के समय 11 डायरेक्टर पदों के लिए 11 प्रत्याशियों के अलावा अन्य कोई पर्चा नहीं आने के चलते यह सभी निर्विरोध चुन लिए गए थे।
भाजपा में लंबे समय से सक्रिय नरेन्द्र मालव
बीते दिनों पार्टी मुख्यालय ने तीन नामों के पैनल में नरेन्द्र मालव के नाम पर मुहर लगाई थी। बता दें कि नरेन्द्र खैर विधानसभा के मालव गांव से आते हैं। वह पूर्व में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष, पार्टी के जिला महामंत्री व सदस्य जिपं रह चुके हैं।