उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में तीन तलाक देने वाले शौहर ने भरी पंचायत में बीवी के सामने शर्त रख दी। पति ने कहा कि पहले छोटे भाई से बीवी को हलाला कराना होगा तब साथ रखूंगा। पति की बातें सुनकर पत्नी हैरान रह गई।
बांदा में अतिरिक्त दहेज की मांग पूरी न होने पर शौहर ने मारने-पीटने के बाद तीन तलाक देकर बीवी को घर से निकाल दिया। मामले को लेकर हुई भरी पंचातय में साथ रखने के लिए शर्त रख दी। पति ने कहा कि पहले छोटे भाई से बीवी को हलाला कराना होगा, तब साथ रखूंगा।शहर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी युवती का निकाह 15 दिसंबर 2017 में जनपद महोबा के गांधीनगर निवासी फिरोज खान पुत्र रईस खान से हुआ।
आरोप है कि निकाह के बाद से ही ससुरालीजन अतिरिक्त दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। बोले, यदि इस घर में खुश रहना है तो अपनी मां से तीन लाख रुपये नगद और एक बाइक दिलवाओ। युवती के पिता का इंतकाल होने और आर्थिक स्थिति अच्छी न होने की दुहाई देने के बाद भी ससुरालीजन नहीं माने। शारीरिक व मानसिक यातनायें दी गईं। पीड़िता मायका आई तो सारी बात अपनी मां से बताई। मां ने पंचायत की और समझाकर भेज दिया। लेकिन ससुरालीजन अपनी मांग पर अड़े रहे। मारपीट तथा मानसिक यातनायें देते रहे। युवती के एक बेटी है। बेटी होने के बाद भी यातनाएं बंद नहीं हुईं। दहेज की मांग पूरी न होने पर शौहर ने मारने-पीटने के बाद बीवी को घर से निकाल दिया। पीड़िता ने फोन से अपनी मां को महोबा बुलाया। उसके साथ बांदा आ गई। इस साल 17 मार्च को बांद में पंचायत की।
शौहर ने कहा कि तलाक दे दिया है। भाई से हलाला करना पड़ेगा, तभी साथ रखूंगा। पीड़िता ने एसपी से मुलाकत की और पूरी घटना बताई। एसपी के आदेश पर शौहर और परिवार के छह सदस्यों के खिलाफ शहर कोतवाली में मुस्लिम महिला विवाह पर अधिकारों की सुरक्षा अधिनियम समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की।