लेखपाल भर्ती में इन युवाओं को भी आरक्षण लाभ मिलेगा। लखनऊ, शैलेंद्र श्रीवास्तव । राजस्व परिषद लेखपाल भर्ती में दिव्यांगजन की तीन उप श्रेणियों को और शामिल करने जा रहा है। राजस्व परिषद ने शासन को प्रस्ताव भेजा है।
राजस्व परिषद अब लेखपाल भर्ती में दिव्यांगजन की तीन उप श्रेणियों को और शामिल करने जा रहा है। एक हाथ एक पैर से लाचार और बौनापन वाले अभ्यर्थियों को भर्तियों में आरक्षण दिया जाएगा। राजस्व परिषद ने शासन को इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया है। वहां से मंजूरी के बाद करीब 5300 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा जाएगा।
राजस्व परिषद ने लेखपाल के 4700 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा था। इसमें दिव्यांगजन की चार श्रेणियां ही शामिल की गईं। कम सुनाई देना, कुष्ठ उपचार वाले, तेजाब हमले से पीड़ित और एक से अधिक तरह से दिव्यांग होने पर आरक्षण का लाभ देने का जिक्र था। अन्य श्रेणियों की स्थिति स्पष्ट नहीं की गई थी। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भर्ती प्रस्ताव में मिली खामियों को चिह्नित करते हुए राजस्व परिषद को इसे वापस करते हुए दिव्यांगजन के लिए तय श्रेणियों के बारे में स्थिति स्पष्ट करने को कहा था।
राजस्व परिषद ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा वापस भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग से इस पर राय मांगी थी। इसमें आरक्षण की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा गया कि भर्तियों में इनके लिए चार फीसदी आरक्षण की व्यवस्था है। इसमें सभी श्रेणियों की स्थिति भी स्पष्ट की गई है।
राजस्व परिषद की ओर से शासन को भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक दृष्टिहीन और कम दृष्टि, बधिर और कम सुनाई देना, अंग खराब होना, उपचारित कुष्ठ रोगी, बौनापन, तेजाब आक्रमण पीड़ित के साथ ही इस श्रेणी में आने वालों को आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। शासन के एक अधिकारी के मुताबिक राजस्व परिषद द्वारा भर्ती संबंधी भेजे गए प्रस्ताव पर उच्च स्तर से अनुमति मिलने के बाद भर्ती का रास्ता साफ हो जाएगा।
खत्म होगी लेखपालों की कमी
प्रदेश में मौजूदा समय लेखपालों की काफी कमी है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा इसी साल 8085 लेखपाल के पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी की गई है। इसके बाद भी कमी होने की वजह से एक-एक लेखपाल के पास कई क्षेत्रों का काम है। इसीलिए शासन चाहता है कि लेखपाल के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी कराई जाए।