बभनी, हिन्दुस्तान संवाद। स्थानीय विकास खंड के असनहर में सोमवार रात फाइलेरिया की पहचान
बभनी, हिन्दुस्तान संवाद। स्थानीय विकास खंड के असनहर में सोमवार रात फाइलेरिया की पहचान के ब्लड सैंपल लिए गए। असनहर गांव में पांच दिनों तक अभियान चलाकर रात में ब्लड सैंपल लिए जाएंगे। पहली रात में 58 लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए। असनहर गांव में 300 लोगों को ब्लड सैंपल लिए जाएंगे।
विकास खंड बभनी में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इसको लेकर विकास खंड में सोमवार से इनाइट ब्लड सर्वे अभियान की शुरूआत किया गया है। जिसके तहत असनहर गांव में रात्रि में लोगों का ब्लड सैंपल लिया जा रहा है। ब्लड सैंपल जांच कर यह पता लगाया जाएगा कि किन-किन व्यक्तियों में फाइलेरिया बीमारी है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च की तरफ से गांव स्तर पर बनाये गये फाइलेरिया पेशेंट नेटवर्क के सदस्य भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निवर्हन करते हुए घर-घर जाकर लोगों को ब्लड सैंपल जांच कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके साथ कैंप स्थल पर भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का सहयोग प्रदान कर रहे हैं। रात्रि में आठ बजे से ब्लड सैंपलिंग का कार्य शुरू किया गया, जो देर रात तक चल रहा है। विकास खंड बभनी के असनहर गांव से रक्त के नमूने लिए गये। इसमे महिलाओं एव पुरुषों का सैंपल लिया गया। सैंपल लेकर रक्त पट्टिका बनाई गई। इसका उद्देश्य फालेरिया रोगी मिलने पर उसका इलाज मुहैया कराकर ब्लाक को इस रोग से मुक्त बनाना है। मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है जिसे सामान्यत हाथीपांव के नाम से भी जाना जाता है। प्रभारी अधीक्षक राजन सिंह ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत विकास खंड में लोगों को फाइलेरिया से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सर्वे कर रात में सैंपल लिया जा रहा है। फायलेरिया रोग से ग्रसित मरीजों की खोज के लिए रात के समय में रक्त के नमूने एकत्र किए जा रहे हैं। जांच में पाजिटिव पाए जाने पर विभाग मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। नाइट ब्लड सैंपल का कार्य लैंब टेक्निशियन अनूप कुमार गुप्ता, सुल्तान आलम सिद्धिकी,उर्मिला देवी,सूर्य रेखा, एनजीओ के दिलशाद रजा द्वारा किया जा रहा है।