उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में महसी इलाका 5 जोन में बंटा है। इनमें दो अतिसंवेदनशील स्थान को रेड जोन में रखा गया है। बवाल वाले 11 हॉटस्पॉट चिंहित किए गए हैं। एसटीएफ कमांडो निगहबानी कर रहे है।
बहराइच में बेकाबू हुई हिंसा की आग को ठंडा करने के साथ ही पुख्ता सुरक्षा का भी खाका महसी के हिंसा प्रभावित क्षेत्र के लिए खींचा गया है। तहसील को पांच जोन में बांटा गया है। इनमें दो अतिसंवेदनशील स्थान को रेड जोन में रखा गया है। बवाल वाले 11 हॉटस्पॉट चिंहित किए गए हैं, जिनकी सुरक्षा का जिम्मा चार आईपीएस अधिकारियों को सौंपा गया, जिनके नेतृत्व में एसटीएफ कमांडो व अन्य तैनात किए गए हैं।
महराजगंज में भड़की हिंसा की आग जिस तरह से फैली है। उसको देखते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने सोमवार की रात डीएम, एसपी संग अन्य अधीनस्थ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिसके आधार पर मंगलवार को सुरक्षा व्यवस्था को विस्तार दिया गया है। पूरे तहसील को पांच जोन में बांटा गया है। हर जोन के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को जोनल मजिस्ट्रेट बनाया गया है। दो रेड जोन बनाए गए हैं, जहां सर्वाधिक हिंसा हुई थी। इसके अलावा 11 हॉटस्पॉट चिंहित किए गए हैं। इन स्थानों पर माहौल को बेहतर बनाने के लिए चार आईपीएस, दो एएसपी, चार डिप्टी एसपी को तैनात किया गया। इसके साथ ही स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 12 कंपनी पीएसी, दो कंपनी सीआरपीएफ, एक कंपनी आरएएफ लगाई गई है।
पांच जोन में बंटा महसी इलाका
एसडीएम अखिलेश सिंह ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर महसी इलाके को पांच जोन में बांटा गया है। इसमें दो रेड जोन हैं, जबकि 11 हॉट स्पॉट हैं, जहां पुलिस, पीएसी व एसटीएफ के कमांडो निगरानी में लगाए गए हैं। बख्तरबंद गाड़ियों में कमांडो पूरे प्रभावित क्षेत्र में भ्रमण भी कर रहे हैं। महराजगंज में जहां पर बवाल हुआ था, उसके आसपास अतिक्रमण को लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने मंगलवार को जमीन की माप भी की है। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। पीडब्ल्यूडी के इस कदम से सरकारी जमीन पर कब्जा कर मकान व दुकान बनवाने वालों पर कार्रवाई हो सकती है।
एसटीएफ चीफ को सीधे कर रही रिपोर्ट
11 हॉटस्पॉट पर तैनात किए गए अधिकारी हर गतिविधियों की जानकारी सीधे एसटीएफ चीफ को रिपोर्ट कर रहे हैं, इसी के आधार पर स्थिति नियंत्रित करने को लेकर आगे कदम बढ़ाया जा रहा है। हर घंटे गतिविधि की समीक्षा भी हो रही है, ताकि किसी प्रकार का संवाद न टूटने पाए।
क्षति के आंकलन में जुटी 11 टीमें
हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में हुई आगजनी व तोड़फोड़ में हुई क्षति के लिए 11 टीमें लगाई गई हैं। एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि यह टीमे अपने-अपने निर्धारित गांवों में क्षति के आंकलन की रिपोर्ट उन्हें देंगे। इसी के आधार पर मुआवजा देने के लिए आगे की औपचारिकता पूरी की जाएगी।