शव लेकर पहुंचे एंबुलेंस कर्मियों को ग्रामीणों ने बनाया बंधक कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से मुआवजे की बात कर सहमति बनने पर एंबुलेंस कर्मियों को छोड़
ओबरा, हिन्दुस्तान संवाद। घर से बाहर कमाने गए रेणुकापार क्षेत्र के पनारी ग्राम सभा निवासी एक व्यक्ति का शव शनिवार को लेकर पहुंचे एंबुलेंस कर्मियों को परिजनों और ग्रामीणों ने मुआवजे को लेकर बंधक बना लिया। मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान लक्ष्मण यादव ने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से मुआवजे की बात कर सहमति बनने पर एंबुलेंस कर्मियों को छोड़ा गया।
ओबरा थाना क्षेत्र के पनारी ग्राम सभा के टोला खैराही निवासी रामसागर ट्रांसमिशन लाइन का काम करने वाली कम्पनी आशुतोष इंटरप्राइजेज में बतौर श्रमिक कार्यरत था। बीते 10 अक्टूबर को थाना बनियाढेर, चंदौसी संभल में रात साढ़े ग्यारह बजे ट्रांसमिशन लाइन का काम कर रामसागर अपने साथियों के साथ गाड़ी से वापस लौट रहा था। रास्ते में एक अज्ञात वाहन ने उसकी गाड़ी को तेजी से ओवरटेक किया, जिससे गाड़ी के चालक ने अपना नियंत्रण गाड़ी पर से खो दिया और श्रमिकों की गाड़ी सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई। इससेउसमें सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के हादसे में घायल रामसागर को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस ने मृतक रामसागर के शव का पोस्टमार्टम कराकर उसका शव कम्पनी के सुपुर्द कर दिया। कंपनी ने रामसागर के शव को एम्बुलेंस द्वारा उसके गांव खैराही भेज दिया, जहां उसका शव पहुंचते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने एम्बुलेंस कर्मियों को बंधक बना लिया। ग्राम प्रधान के पति लक्ष्मण यादव और कम्पनी के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता में मुआवजा देने की सहमति बनने पर ग्रामीणों ने एम्बुलेंस कर्मियों को छोड़ दिया।