नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के सत्ता में लौटने के साथ ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संविधान में अनुच्छेद 370 को बहाल करने की संभावना से इनकार किया है। संसद ने अनुच्छेद 370 को 5 अगस्त, 2019 को निरस्त कर दिया गया था। गिरिराज सिंह अपने सख्त हिंदुत्ववादी तेवरों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने इंडिया टीवी पर प्रसारित रजत शर्मा के शो ‘आप की अदालत’ में कहा कि ‘राहुल गांधी और फारूक अब्दुल्ला चिल्ला चिल्ला करके भोरे नमाज पढ़ लें, तब भी 370 फिर से नहीं आने वाला है।’
गिरिराज सिंह: ‘मोदी जी ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ा कश्मीर के विकास के लिए, लेकिन बीजेपी को घाटी के मुसलमानों ने वोट क्यों नही दिया?’
रजत शर्मा: क्योंकि आपको उनका दिल जीतना पड़ेगा?
गिरिराज सिंह: ‘कैसे दिल जीतें बता न दीजिए। मैं कलेजा फाड़कर हनुमान जी की तरह दिखाऊं? मैंने किसी को अपने constituency में गाली तक नहीं दी, फिर भी हमें वोट नहीं, तब तो हम कहेंगे ही….हम तो उनकी (मुसलमान मतदाता) आरती भी उतारते हैं, तो भी वोट मुझे नहीं देते।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘कश्मीर में जो स्थिति थी, पत्थरबाजों, आतंकवादियों का बोलबाला था। लोग कश्मीर जाने से डरते थे। मोदीजी द्वारा 370 धारा हटाने के बाद आज लोग लाल चौक जाते हैं डंके की चोट पर। यह मोदीजी के कारण ही जा रहे हैं। मोदीजी की नीतियों ने कश्मीर में अमन चैन विकास लाया। आज कई होटल खुले। कई MOU हुए। गांवों का विकास हुआ। हमें उम्मीद थी कि (वोट मिलेंगे)। कांग्रेस , फारुक अब्दुल्ला मुफ्ती के लोग पत्थरबाजों को प्रोत्साहन दे रहे थे, मोदीजी ने उसको समाप्त किया। मैं उम्मीद करता था कि घाटी के लोग, मुसलमान लोग भी वोट देंगे। अब उनको सोचना है।’
गिरफ्तार आतंकवादियों में से 99 प्रतिशत मुसलमान
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘मैं नहीं कहता कि सभी मुसलमान आतंकवादी हैं, लेकिन आतंकवाद में पकड़े जाने वाले 99 परसेंट मुसलमान ही क्यों हैं, यह भी तो प्रश्न उठता है।’ रजत शर्मा ने जब यह कहा कि आतंकवादियों का कोई मजहब या धर्म नहीं होता, तो गिरिराज सिंह ने जवाब दिया: ‘यह कहने की बात है। मजहब ही आजकल आड़े आ रहा है। आतंकवाद करने के लिए और क्या कारण है देश में। अब तो नरेंद्र मोदी का राज है, जहां बम विस्फोट नहीं होता। लेकिन 10 साल पहले जितने बम विस्फोट होते थे, जितने म़ाड्य़ूल पकड़े जाते थे उनमें 99 प्रतिशत मुसलमान ही क्यों होते थे। यही प्रश्न उठता है।’
रजत शर्मा: लेकिन आप थोड़ा और जोर से कहें कि सारे मुसलमान आतंकवादी नहीं है, कुछ लोग हैं उनमें।
गिरिराज सिंह: ‘मैं तो वही कह रहा हूं कि मुसलमान आतंकवादी नहीं हैं, सारे के सारे। लेकिन जो पकड़े जाते हैं, 90 परसेंट वही हैं। तो इसको क्यों ना कहूं।
रजत शर्मा: लेकिन जो अच्छा काम करे, उनकी भी थोड़ी तारीफ कर दीजिए।
गिरिराज सिंह: उनकी तारीफ करता हूं। अच्छे आदमी हैं, उनको प्रणाम भी करता हूं।
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि मदरसों और मस्जिदों का इस्तेमाल आतंकवादियों को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘1947 में भारत में मुश्किल से दो-तीन हजार मसजिदें थीं। आज तीन लाख से उपर हो गईं। बांग्लादेश सीमा, नेपाल सीमा पर उनका अवैध कब्जा हो गया है। योगीजी ने मदरसों का अभी जायजा लिया उसमें 500 से अधिक अवैध निकले। मदरसा और मस्जिद यही आतंक का घर है। वहां इंसान बनाने की बजाय उन्हें गलत रास्ते पर ले जाने की शिक्षा देते हैं।
रजत शर्मा: आपने एक बार कहा था कि देवबंद (दारुल उल उलूम) आतंकवाद की गंगोत्री है?
गिरिराज सिंह: पाकिस्तान का मसूद अजहर कहां का प्रोडक्ट है? वह देवबंद का प्रोडक्ट है। आप बता दीजिए उसे आतंकवादी न कहूं तो क्या कहूं कि वो धर्मात्मा है? देवबंद से दर्जनों आतंकवादी निकले, कुछ उपर चले गए, कुछ जिंदा हैं।
विभाजन धार्मिक आधार पर हुआ था, भारत हिंदुओं का है
केंद्रीय मंत्री ने साफ कहा कि भारत हिंदुओं का है। उन्होंने कहा, ‘मैं यहां डंके की चोट पर कहता हूं। 1947 में बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ। आप कहिए, हां या ना। जब धर्म के आधार पर बंटवारा हुआ तो पंडित नेहरु अगर सारे मुसलमानों को (पाकिस्तान) भेज दिए होते, तो आज ना वक्फ बोर्ड का जन्म होता, ना औवैसी का जन्म होता, ना बुरहान वानी का जन्म होता। लेबनान में नसरुल्लाह (हिज्बुल्ला चीफ) मरता है, पेट में दर्द होता है, दिल्ली, मुम्बई में भाइयों को। तुम अपना संबंध जोड़ोगे नसरुल्लाह से, तो हमें तो तकलीफ होगी। लोग खाते हैं यहां, गाएंगे दूसरी जगह का। ये तो नहीं चलेगा, नहीं चलेगा।’
रजत शर्मा: आपकी बातों के जवाब में मौलाना अरशद मदनी जैसे लोग कहते हैं कि देखिए 20 करोड़ मुसलमान हैं, इनको कोई घर वापसी नहीं करा सकता अगर कोई ऐसी बात करता है तो जाहिल है।
गिरिराज सिंह: ‘देश का कोई मुसलमान मुझे बता दे कि 1947 से लेकर अब तक देश के किसी गांव में किसी हिंदू ने उनके ताजिया पर एक पत्थर फेंका हो। हमने तो नहीं फेंका। जब उनकी आाबादी 5 परसेंट होती है, तो काका या चाचा कहते हैं, 10 परसेंट होती है तो बांहें चढा लेते हैं, 15 परसेंट रहती है तो लव जेहाद करते हैं, हमारी रामनवमी, हनुमान जयंती यात्रा, कांवड़ यात्रा को गलियों से जाने नहीं देंगे तो मेरे मन में तकलीफ तो होगी ही, कि 1947 में ही चला गया होता। ये गली कम से कम किसी हिंदू या मुसलमान के बीच खाई नहीं बनती। आज केरल में देखिए क्या हो रहा है। पूरे देश में लव जिहाद एक योजना के तहत चल रहा है गजवा-ए-हिंद के लिए, तो हम क्यों नहीं कहेंगे कि 1947 में सारे लोगों को पाकिस्तान भेज दिया होता तो आज हमारे देश में ये बातें नहीं होती।’
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को धोखा दिया
हरियाणा में भाजपा ने हैरतअंगेज हैट्रिक जीत कैसे हासिल की, इस सवाल पर गिरिराज सिंह ने जवाब दिया: ‘काठ की हांडी बार बार नहीं चढती। संसद के चुनाव में इस टुकड़े- टुकड़े गैंग ने काठ की हांडी चलाई, संविधान दिखा कर कहा कि संविधान खतरे में है, आरक्षण को लेकर भ्रम फैलाया (हरियाणा की) जनता ने कहा कि अब तुम्हें सजा देनी ही पड़ेगी। जनता ने सजा दे दी। कभी कभी भ्रम फैलाने वाला सफल हो जाता है। नरेंद्र मोदी ने आरक्षण के पक्ष में जो काम किया, शायद कोई प्रधानमंत्री ने किया होगा। चाहे एससी, एसटी आरक्षण हो, या पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा देना हो या सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से पिछड़ों को 10 परसेंट आरक्षण देना हो। यह नरेंद्र मोदी का संविधान के प्रति समर्पण है। लेकिन आजकल वो (राहुल) चिल्लाते हैं, जाति, जाति। अब विश्व सुंदरी के प्लेटफार्म में पूछते हैं कोई अति पिछडा नहीं, आदिवासी नहीं। वो सबसे जाति पूछते हैं, पर अपनी जाति नहीं बताते। मैं चुनौती के साथ पूछ रहा हूं..राहुल जी, आप बताएं कि आपकी , आपके पिता जी की, आपके दादाजी की जाति क्या है?’
गिरिराज सिंह ने कहा, ‘बिहार में इसको थेथरालोजी कहते हैं, जो थेथर होता है…. मैं पूछता हूं, 99 पर आकर अटक गए तीसरी कोशिश में, अब देश में माहौल बनाने लगे कि मैंने मोदी को हरा दिया। अरे मूर्ख, आप तीन बार में 100 नहीं पाए और खुशी मना रहे हो, और सबसे कह रहे हो कि मोदीजी तो झुक गए। टिटहरी चिडिया अपने पैर उठाकर सोती है ये सोच कर कि आसमान को मैंने रोका हुआ है। इनसे बड़ी नासमझ वाला नेता नहीं होगा।’
रजत शर्मा: खरगे जी ने तो कहा है कि मैं तब तक नहीं मरूंगा जब तक मोदीजी को सत्ता से बाहर न कर दूं।
गिरिराज सिंह: मैं उनकी आयु की कामना करता हूं। मोदी 100 साल रहेंगे। आप चिंता मत करें। आप भीष्म पितामह की तरह लेटे रहेंगे।