रेणुकूट (अमिताभ मिश्रा)
रेणुकूट। पिपरी में रामलीला रासलीला समिति के तत्वावधान में चल रही रामलीला में गुरुवार की रात लक्ष्मण शक्ति लीला का मंचन किया गया।जनपद के प्रमुख व्यवसायी मनोज कुमार पांडेय ने भगवान की आरती कर रामलीला शुरू कराई।लीला में भगवान राम, सुग्रीव व जामवंत के साथ बैठकर मंत्रणा करते हैं।इसके बाद वानर सेना को लंका पर चढ़ाई करने का आदेश देते हैं।रावण के दूतों ने जानकारी दी कि वानर सेना लंका के द्वार पर आ गई है।तब रावण ने अपने पुत्र मेघनाथ से अपनी सेना के साथ वानर सेना पर आक्रमण करने का आदेश दिया। राक्षस सेना को आया देख भगवान राम के दल में हलचल मच गई।मेघनाथ वानरों को मारते हुए आगे बढ़ रहा था। यह देख राम का आदेश पाकर लक्ष्मण युद्ध करने पहुंचे। मेघनाद और लक्ष्मण में भीषण युद्ध हुआ।जब मेघनाथ के सारे अस्त्र असफल हो गए तो उसने अमोघ शक्ति लक्ष्मण के ऊपर छोड़ दी।शक्ति के लगते ही लक्ष्मण मूर्छित होकर गिर पड़े।यह देख हनुमान जी लक्ष्मण को लेकर रामादल में पहुंचे।लक्ष्मण को मूर्छित देख भगवान राम विलाप करने लगे।तब विभीषण ने उन्हें बताया कि मेघनाथ ने शक्तिबाण का प्रयोग किया है।इसका उपचार लंका में रहने वाले सुषैन वैद्य ही कर सकते हैं।हनुमान जी सुषैन वैद्य की सलाह पर द्रोण पर्वत से संजीवनी बूटी लेकर आए और लक्ष्मण की मूर्छा दूर हुई।लीला में बड़ी संख्या में नगर के दर्शकों ने भाग लिया, इस दौरान समिति के अध्यक्ष अजीत गुप्ता, मनीष सिंह, नित्यानंद समेत समिति के सदस्य मौजूद रहे, कार्यक्रम का संचालन प्रदीप सिंह रानू ने किया।