यूपी के एटा में बेटी के चरित्र से परेशान मां ने उसकी हत्या की सुपारी एक युवक को दे दी। हत्या करने पहुंचे युवक के सामने बेटी ने शादी का प्रस्ताव रखकर मां की हत्या की शर्त रख दी। इस जाल में फंसे सुपारी किलर ने बेटी के साथ मिलकर महिला की हत्या कर शव फेंक दिया। पुलिस ने चार दिन पहले हुई महिला की हत्या का सनसनीखेज खुलासा गुरुवार को किया। आरोपी सुपारी किलर और किशोरी को जसरथपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस लाइन में एएसपी राजकुमार सिंह ने बताया कि शनिवार से लापता थाना नयागांव के गांव अल्हापुर निवासी अल्का का शव रविवार को जशरथपुर क्षेत्र में बाजरे के खेत में मिला था। सोमवार को पति रमाकांत ने शिनाख्त कर गांव के अखिलेश, अनिकेत पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सीओ सुधांशु शेखर ने टीम के साथ मामले की जांच शुरू की। इसमें सर्विलांस सेल की भी मदद ली गई। इस दौरान आरोपी सुभाष निवासी अकराबाद सिकंदरखास थाना कायमगंज फर्रुखाबाद और मृत महिला की नाबालिग बेटी का नाम सामने आया। पुलिस ने दोनों को गुरुवार सुबह नगला कलू से नगला चिटियन मोड कुरावली मार्ग से पकड़ा।
पूछताछ में सामने आया कि किशोरी कुछ माह पहले गांव के ही अखिलेश के साथ चली गई थी। बरामदगी के बाद उसकी मां ने बेटी को अपने मायके गांव अकराबाद भेज दिया था। इसी दौरान किशोरी के ननिहाल में पड़ोसी सुभाष से संबंध हो गए और उसने किशोरी को मोबाइल लाकर दे दिया। ये जानकारी मामा को हुई तो उन्होंने बहन को बताया।
सुभाष दुष्कर्म के मामले में 10 साल की सजा भी काटकर आया था और गांव में बढ़ई का काम करता था। 27 सितंबर को महिला अपनी बेटी को लेकर कंपिल पहुंची और सुभाष को फोन कर बुला लिया। उसने 50 हजार रुपये में सुभाष को बेटी की हत्या की सुपारी दी। सुभाष ने ये बात किशोरी को बता दी। इसके बाद किशोरी ने सुभाष के सामने शादी का प्रस्ताव रखा और कहा कि वह मां की हत्या कर दे। इस पर सुभाष ने दूसरे शव पर किशोरी का फोटो एडिट कर लगाया और महिला को भेजते हुए 50 हजार रुपये की मांग की। इस पर महिला टालमटोल करने लगी।
पांच अक्तूबर को सुभाष ने फोन कर महिला अलका को सच बता दिया कि उसकी बेटी को नहीं मारा और वह आगरा में उसके साथ है। इस पर महिला भी आगरा पहुंच गई। तीनों पांच अक्तूबर को ही आगरा से आए और रात में मेला घूमने के बाद पिकअप गाड़ी से अलीगंज के पिपरन चौराहा पर उतर गए। मां ने सुभाष से फिर बेटी को मारने का इशारा किया। इसके बाद सुभाष और किशोरी ने मिलकर खेत में जाकर महिला अलका की हत्या कर दी और भाग गए।
खुलासे में सीओ अलीगंज रही महत्वपूर्ण भूमिका
खुलासे को लेकर एसएसपी ने थाना पुलिस के साथ-साथ सीओ अलीगंज सुधांशु शेखर को भी लगाया। जांच के दौरान सीओ को कुछ महत्वपूर्ण सबूत हाथ लगे और मोबाइल की सीडीआर निकलवाई। जिसमें आरोपी का नंबर आ गया और सर्विलांस की मदद से आरोपी को पकड़ने में कामयाब रहे।
बेगुनाह नामजद आरोपी जेल जाने से बचे
माामले में मृतका के पिता ने गांव के ही दो लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया जा रहा है कि आरोपी भी उसी दिन पकड़ लिए गए थे मगर उनके खिलाफ हत्या के कोई सबूत नहीं मिले थे जिसके बाद पुलिस ने नए सिरे जांच शुरू की और घटना का खुलासा हो पाया।