कोयले से भरी मालगाड़ी में टाइम बम की सूचना पर गुरुवार को हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कंट्रोल को दी गई सूचना के बाद बिजौली स्टेशन छावनी में तब्दील हो गया।
कोयले से भरी मालगाड़ी में टाइम बम की सूचना पर गुरुवार को हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कंट्रोल को दी गई सूचना के बाद बिजौली स्टेशन छावनी में तब्दील हो गया। जिला पुलिस, जीआरपी व आरपीएफ के साथ डॉग स्क्वायड व बम डिस्पोजल टीम ने पहुंचकर छानबीन शुरू की। जांच में निकला कि गार्ड ने ट्रेन के नीचे जिस लाइट को देखकर कंट्रोल रूम को सूचना दी थी। वह एक ट्रैकिंग डिवाइस है। जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। इधर पुलिस ने डिवाइस को जब्त कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
पिछले कुछ दिनों से लगातार ट्रेन पलटाने की साजिशों के बीच छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से कोयला भरकर बीकानेर के सूरतगढ़ जा रही मालगाड़ी गुरुवार को ललितपुर से झांसी आ रही थी। बिजौली स्टेशन पर मालगाड़ी के रुकने पर गार्ड ट्रेन से नीचे उतरे। तभी अचानक उनकी निगाह नीचे गई तो देखा वहां पर हरे रंग की बिलिंग करता कोई यंत्र लगा है। ट्रैकिंग डिवाइस से अनजान ट्रेन गार्ड ने तत्काल इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी।
कंट्रोल रूम ने टाइम बम की सूचना पर जिला व जीआरपी के साथ आरपीएफ को सूचना दी। सूचना पर भारी पुलिस बल के साथ डॉग स्क्वॉयड व बम डिस्पोटल दस्ता बिजौली स्टेशन पहुंचा और मालगाड़ी की जांच पड़ताल की। यंत्र को खींचकर बाहर निकाला तो वह ट्रैकिंग डिवाइस निकला। अफसरों ने संदेह जताया कि उक्त डिवाइस कोयला से भरी मालगाड़ी की लोकेशन पता लगाने के लिए लगाई गई थी।
एसएसपी बोलीं- एसएसपी सुधा सिंह ने बताया कि बिजौली स्टेशन पर मालगाड़ी में टाइम बम की सूचना थी। छानबीन में ट्रैकिंग डिवाइस निकली है। माना जा रहा है कि जिस कम्पनी ने कोयला भेजा। उसी ने डिवाइस लगाई होगी।
आरपीएफ कमांडेंट बोले- रेलवे के वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त विवेकानंद नारायण ने बताया कि मालगाड़ी में लगी जीपीएस डिवाइस को जब्त कर लिया गया है। जानकारी की जा रही है कि कम्पनी ने जीपीएस डिवाइस लगाने की अनुमति ली थी या नहीं?फोरम के अध्यक्ष रजई पिल्लई ने भी कई मुद्दे उठाए।