ओबरा (राकेश अग्रहरि)
– कई राज्यो की तरह उत्तरप्रदेश में भी मिट्रिक टन में परिवहन हेतु खनिज की मात्रा को टन में किया जाए अंकित- अजय सिंह
खनन व्यवसायियों व वाहन स्वामियों के प्रभावित हो रहे व्यवसाय को बचाने हेतु शासन को सौंपा गया पत्रक
ओबरा। डाला बिल्ली क्रेशर ओनर्स एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अजय कुमार सिंह व सचिव अभिषेक सिंह पिंकू द्वारा भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग लखनऊ में अपर मुख्य सचिव को पत्रक सौंप कर बताया कि मोटर वाहन यथा संशोधित अधिनियम-1988 के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के भारवाहक वाहनों की क्षमता टन, मिट्रिक टन में निर्धारित है।इसके विपरीत उत्तर प्रदेश में पाए जाने वाले उपखनिजों की रॉयल्टी एवं उनका परिवहन घनमीटर में निर्धारित है।जबकि सीमावर्ती राज्य उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार आदि राज्यों से परिवहन हेतु खनिज की मात्रा को मीट्रिक टन में अंकित किया गया है।इसके अतिरिक्त खनिज विभाग गठित परिवर्तन दल द्वारा अवैध खनन/अवैध परिवहन को नियंत्रित किए जाने हेतु बार-बार वाहनों की जांच के समय वाहनों की भार वहन क्षमता के अनुरूप परिवहन पत्र में वजन मीट्रिक टन से घनमीटर में अंकित किया जाता है।इस विसंगति को दूर करने के संबंध में निदेशालय भूतत्व एवं खनिकर्म के आदेश 17 अगस्त 2023 में उपखनिजों का परिवहन घनमीटर के स्थान पर मीट्रिक टन में किए जाने के आदेश निर्गत किए गए थे। परंतु कतिपय कारणों से उस आदेश को वापस ले लिया गया था।जिससे खनिज व्यवसाय एवं वाहन स्वामियों का व्यवसाय प्रभावित होने के कारण उनमें काफी रोष व्याप्त है।संगठन के पदाधिकारियों ने उपरोक्त मामले को दृष्टिगत रखते हुए जनहित एवं खनन व्यवसाहित में उपखनिजों का परिवहन घनमीटर के स्थान पर मीट्रिक टन में परिवर्तित किए जाने हेतु यथोचित कार्रवाई किए जाने को लेकर पत्रक सौंपा।वही संगठन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष व सचिव द्वारा खनन क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने की पहल को लेकर खनन व्यवसायी राकेश जायसवाल, रमेश सिंह, मुकेश गर्ग, आलोक सिंह, देवप्रकाश मौर्या, मिंटू राय, ताड़केश्वर केशरी, कृष्णा केशरी, सुरेश केशरी, नरेश गुप्ता, अखिलेश राय, संतोष राय, बॉबी सिंह,विवेक सिंह, प्रभात सिंह, चंद्रभूषण गुप्ता, अजय सिंह यादव (डिम्पल), नीरज भाटिया, प्रदीप अग्रहरि, अनिल अग्रहरि, मनोज मिश्रा, मनोज गुप्ता आदि में हर्ष व्याप्त है।