उत्तर प्रदेश के कानपुर में फिल्म बंटी बबली जैसा मामला सामने आया है। यहां किदवईनगर में उम्रदराज लोगों को इजराइल की ऑक्सीजन थेरेपी मशीन से जवान बनाने का झांसा देकर कई लोगों से 35 करोड़ रुपये ठगी मामले में पुलिस ने एक दंपति पर मुकदमा दर्ज किया है।
यूपी के कानपुर में बंटी और बबली जैसा मामला सामने आया है। किदवईनगर में उम्रदराज लोगों को इजराइल की ऑक्सीजन थेरेपी मशीन से जवान बनाने का झांसा देकर कई लोगों से 35 करोड़ रुपये ठगी मामले में पुलिस ने एक दंपति पर मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले पुलिस मेडिकोलीगल टीम की राय लेगी। पुलिस लखनऊ स्थित मेडिकोलीगल टीम के कार्यालय में पत्राचार करेगी। वहीं सीएमओ को भी पत्र भेजकर जानकारी मांगी गई है कि क्या दुनिया में इस तरह की मशीन बनी है..जो 64 साल के बुजुर्ग को 25 साल के जवान में बदल दे। वहीं ठग दंपति ने जो मशीन पीड़ितों को दिखाई उसकी जांच करने को भी कहा है। हालांकि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से शातिर दंपति का कुछ पता नहीं चल सका है।
स्वरूपनगर में प्रभु अपार्टमेंट निवासी जिम संचालक राजीव दुबे और उनकी पत्नी रश्मि दुबे ने दो साल पहले साकेतनगर में रिवाइवल वर्ल्ड नाम की संस्था खोली। इसके जरिये शातिरों ने स्वरूपनगर निवासी रेनू चंदेल समेत शहर के अन्य लोगों से 35 करोड़ रुपये की ठगी की। रेनू के मुताबिक दंपति ने बताया कि उन्होंने 25 करोड़ रुपये से इजराइल से एक मशीन खरीदी है, जिससे ऑक्सीजन थेरेपी होती है। इसके जरिए 64 वर्ष के बुजुर्ग भी 25 के उम्र के युवा दिखने लगेंगे। मशीन दिखाकर ठगी का कारोबार बढ़ाने के लिए नेटवर्क मैनेजमेंट की तरह स्कीम दी और लोगों से लाखों रुपये हड़प लिए थे। रेनू ने 20 सितंबर को किदवईनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद से ठगी का शिकार हुए 20 लोग और सामने आ चुके हैं। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि ठगी का शिकार हुए लोगों के आरोप एक ही हैं, सभी के बयान दर्ज कर उसी मुकदमे में समाहित किए जा रहे हैं। पीड़िता ने बताया है कि दंपति ने पाइप से बनी चैंबर नुमा एक मशीन भी दिखाई थी। इसके लिए मेडिकोलीगल टीम की राय भी ली जाएगी।
अग्रिम जमानत के खिलाफ पुलिस दाखिल करेगी जवाब
डीसीपी ने बताया कि जालसाज दंपति ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की है। जानकारी के बाद विवेचक याचिका खारिज कराने के लिए अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट में दाखिल करेगी। जालसाज दंपती की तलाश में चार टीमें लगी हैं। साथ ही साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है।