नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली महिला पहलवान विनेश फोगाट के सपोर्ट में उतर आए हैं. गांगुली का कहना है कि फाइनल में जगह बनाने के बाद विनेश को कम से कम सिल्वर मेडल मिलना चाहिए. क्योंकि वह इसकी हकदार हैं. विनेश ने एक दिन में तीन बाउट जीतकर पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया. इसके बाद उन्हें 100 ग्राम वजन बढ़ने की वजह से फाइनल खेलने से रोक दिया गया. उन्हें फाइनल के लिए डिस्क्वालीफाई कर दिया गया. इससे विनेश बहुत आहत हुईं. उन्होंने ज्वाइंट रूप से सिल्वर मेडल देने की मांग की है और इसके लिए उन्होंने खेल पंचाट का दरवाजा खटखटाया है, जिसपर फैसला 13 अगस्त को आ सकता है.
29 साल की विनेश फोगाट अपना तीसरा ओलंपिक खेलने उतरी थीं. जिस तरह से उन्होंने लगातार तीन बाउट अपने नाम किए उससे वह गोल्ड जीतने की हकदार थीं. लेकिन विनेश का ओलंपिक चैम्पियन बनने का सपना टूट गया और उन्होंने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा कर दी.
‘वह कम से कम रजत पदक की हकदार हैं ‘
सौरव गांगुली ने ‘कोलकाता फूड फेस्टिवल’ के इतर इस बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘मैं सटीक नियम नहीं जानता, लेकिन मैं समझता हूं कि जब वह फाइनल में पहुंची तो उसने ठीक से क्वालीफाई किया होगा. जब आपने फाइनल में जगह बना ली तब आप स्वर्ण या रजत पदक ही जीतते हैं. उसे गलत तरीके से अयोग्य घोषित किया गया था या नहीं, मुझे नहीं पता, लेकिन वह कम से कम रजत पदक की हकदार है.’ विनेश की जगह फाइनल में क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमान लोपेज उतरीं, जो सेमीफाइनल में उनसे हार गई थीं.
भारतीय पहलवान की अयोग्यता, ‘तर्क और खेल भावना के खिलाफ’ है
भारतीय पहलवान ने खेल पंचाट (सीएएस) में दायर अपनी अपील में लोपेज के साथ संयुक्त रजत पदक दिये जाने की मांग की है. खेल पंचाट द्वारा इस पर 13 अगस्त तक कोई फैसला सुनाने की उम्मीद है. महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी विनेश का समर्थन करते हुए कहा था कि भारतीय पहलवान की अयोग्यता, ‘तर्क और खेल भावना के खिलाफ’ है . उन्होंने इससे जुड़ी नियमों पर फिर से विचार करने की भी सलाह दी. इसके अलावा सुनील गावस्कर ने भी कहा था कि आईओए को इसके लिए अपील की जानी चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 21:40 IST