डाला (गुड्डू तिवारी/राकेश अग्रहरि)
– कलश यात्रा के साथ सतचंडी महायज्ञ का हुआ शुभारंभ
डाला। क्षेत्र के बाड़ी स्थित वैष्णो शक्तिपीठ धाम में शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन गुरुवार को मंगला आरती के बाद भक्तों के दर्शन पूजन का सिलसिला शुरू हो गया।कलश यात्रा के बाद सतचंडी महायज्ञ का शुभारंभ हुआ।मंदिर के गुफा में पिंडी स्वरूप विराजमान त्रिदेवियों का बड़ी संख्या में भक्तों ने दर्शन पूजन कर मन्नत मांगी।भक्तों ने मां को नारियल चुनरी फूल माला चढ़कर परिवार के सुख समृद्धि की कामना की।
शारदीय नवरात्रि के प्रतिपदा तिथि को मंदिर में हवन पूजन कर मां शैलपुत्री की पूजा की गई।सुबह पांच बजे मंदिर में मां का श्रृंगार कर पट को खोल कर भव्य आरती की गई। मंदिर के पूजारी श्री कांत तिवारी ने बताया की प्रथम दिन मां शैल पुत्री का पूजन हवन कर गाय का शुद्ध घी अर्पित करने से शरीर के रोगों को मुक्ति मिलती है।मां के दरबार में सच्चे मन से पूजन हवन करने वाले को मां कभी निरास नही करती उनकी मनोकामना पूर्ण करती हैं।दुर दराज से आए श्रद्धालुओं ने मंदिर के महत्व को बताया।मंदिर समिति के अध्यक्ष मुकेश गर्ग ने बताया कि सुरक्षा के लिये प्राइवेट सुरक्षा कर्मी लगाए गयें हैं।मेन गेट पर मेटल डिडेक्टर द्वारा तलाशी ली जा रही है।डाला चौकी प्रभारी शिवकुमार सिंह द्वारा पुलिस सुरक्षा को देखते हुए मंदिर परिक्षेत्र में महिला पुलिस व पुलिस बल तैनाती करके निगरानी करने में जूटी है।
11 अक्टूबर को होगी यज्ञ पूर्णाहुति
डाला। अग्रवाल धर्मार्थ सेवा समिति के सचिव राजेंद्र गर्ग ने बताया कि शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन चोपन सोन नदी से जल भरकर सैकड़ो की संख्या में महिलाओं पुरुषों व बच्चों ने पैदल कलश यात्रा वैष्णो मंदिर तक जय माता की उद्घोष के साथ निकाला।कलश पूजन के साथ सप्त दिवसीय श्री शतचंडी महायज्ञ का शुभारंभ हुआ।यज्ञ पूर्णाहुति 10 अक्टूबर को होगी 11 अक्टूबर को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है।