BTech vacant seats : बिहार के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में चार चरणों में हुए दाखिले के बाद भी सीटें नहीं भरी हैं। तीन हजार सीटें खाली रह गई हैं। इसे भरने के लिए एकबार फिर से स्पेशल राउंड कराया जाएगा। जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी होगी। बीसीईसीई जल्द ही स्पेशल राउंड के लिए काउंसिलिंग की तिथि जारी करेगी। राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 13675 सीटें हैं। बीसीईसीई की ओर से राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों की सीटों को भरने के लिए पहले जेईई मेन के आधार पर दो राउंड काउंसिलिंग करायी गयी।
जेईई मेन के रैंक के आधार पर 46 प्रतिशत सीटों पर नामांकन हुआ था। इसके बाद बची हुई सीटों पर बीसीईसीई के माध्यम से हुई पीसीएम ग्रुप की परीक्षा के माध्यम से दो राउंड का नामांकन कराया गया। इन दो राउंड के बाद ही सीटें नहीं भर सकी। अब स्पेशल राउंड के माध्यम से बचे हुए लगभग तीन हजार से अधिक सीटों पर नामांकन कराया जाएगा। सरकार की ओर से पहले से ज्यादा सुविधा उपलब्ध कराने के बाद ही सरकारी कॉलेजों में नामांकन की स्थिति अच्छी नहीं है। जबकि इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति कर दिया गया है। पहले से बेहतर प्लेसमेंट भी हुआ है। जेईई मेन की दूसरे मेधा सूची के आधार पर अब तक 46 प्रतिशत छात्रों का ही नामांकन हो सका है।
राज्य के 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 13675 सीटों पर नामांकन होना था, जेईई मेन के दो राउंड के बाद मात्र 6420 (46.95) सीटों पर ही दाखिला हो सका था। यहां 7255 (53.05) सीटें खाली रह गई हैं। इन खाली सीटों में कंप्यूटर साइंस के साथ-साथ उससे जुड़े हुए कई स्ट्रीम में सीटें खाली हैं। अगस्त में हुए दूसरे राउंड के बाद 13675 में 6507 पर दाखिला हुआ था, जिसमें 7168 सीटें खाली रह गई थी। लेकिन इसे रद्द कर दिया गया था। बाद में 7255 सीटें बच गई है। बतातें चले कि बीसीईसीईबी ने इंजीनियरिंग कॉलेजों में बची हुई सीटों पर नामांकन के लिए (बीसीईसीईबी) 2024 की संयुक्त मेधा सूची के आधार पर पीसीएम (फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ) ग्रुप के अभ्यर्थियों से भरने का निर्णय लिया गया था।