यूपी के रामपुर में धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है, जहां लोगों को मुफ्त शिक्षा और सिविल सर्विसेज की तैयारी का प्रलोभन देकर ईसाई धर्म का पाठ पढ़ाया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। चारों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
मिलक थाना क्षेत्र के खाता चिंतामन गांव में एक संस्थान संचालित होता है। वहां कभी मुफ्त उपचार तो कभी मुफ्त शिक्षा देने की बात कहीं जाती है। इस संस्थान को लेकर कई बार लोगों की ओर से शिकायत भी की जा चुकी है। इसी संस्थान में उत्तराखंड स्थित खटीमा निवासी भीम सिंह भी शिक्षा के लिए आया था। उसने चार दिन पहले यूपी-112 को सूचना देकर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया था। जिसके बाद मिलक थाने की पुलिस मौके पर पहुंची थी। उसका आरोप था कि संस्थान में मुफ्त शिक्षा और सिविल सर्विसेज की तैयारी के बाद नौकरी के नाम पर ईसाई धर्म का पाठ पढ़ाया जाता है। जिसके बाद उनका धर्म परिवर्तन किया जाता है।
जिसके बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर उत्तराखंड स्थित जिला उधम सिंह नगर के थाना खटीमा के खेतल चंद्रखास निवासी हिमांशु,उसके भाई गौरव मैक्स, थाना जनकईया खटीमा के ग्राम बगुलिया निवासी रामपाल और जिला जौनपुर के थाना सिकरारा के ग्राम जनेबरा निवासी आशुतोष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। हल्का दरोगा सुनील कुमार ने बताया कि कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्र के द्वारा चारों पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी गई थी। तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया। बुधवार को चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर उनका चालान कर दिया गया।
चार दिन पहले पुलिस ने बताया था मारपीट का मामला
संस्थान में पढ़ने वाले छात्र ने यूपी-112 पर धर्म परिवर्तन की सूचना दी थी। जिसके बाद यूपी-112 और मिलक पुलिस मौके पर पहुंची थी। इस दौरान जांच के पहुंचे हल्का दरोगा सुनील कुमार ने घटना को मारपीट का बताया था। उनका कहना था कि पीड़ित ने गलत सूचना दी है। लेकिन,चार दिन के अंदर ही पुलिस ने मामला धर्म परिवर्तन का बताकर चार लोगों को पकड़ लिया।