कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की रविवार को तबीयत बिगड़ गई। वह जम्मू-कश्मीर के कठुआ के जसरोटा में एक सार्वजनिक रैली में बोलते समय असहज महसूस कर रहे थे। खरगे जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार के तीसरे दौर के अंतिम दिन लोगों को संबोधित करने के लिए अपना भाषण छोड़कर चले गए, क्योंकि उन्हें बहुत ज्यादा बेचैनी महसूस हो रही थी। मंच में मौजूद पार्टी के नेत खरगे का हाथ पकड़ कर ले गए।
बेटे प्रियांक ने दिया हेल्थ अपडेट
कर्नाटक सरकार के मंत्री और मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पिता के हालचाल को लेकर जानकारी दी है। प्रियांक ने एक्स पर कहा, ‘पिता मल्लिकार्जुन खरगे को जम्मू-कश्मीर के जसरोटा में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते समय थोड़ी अस्वस्थता महसूस हुई। पिता ( खरगे) की मेडिकल टीम ने जांच की है। शरीर में थोड़ी कम खून की समस्या पाई गई है। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत में सुधार है’ इसके साथ ही प्रियांक ने कहा, ‘सभी की चिंता के लिए बहुत आभारी हूं। उनका संकल्प और लोगों की शुभकामनाएं उन्हें मजबूत बनाए रखती हैं।’
मैं 83 साल का, इतनी जल्दी नहीं मरने वाला- खरगे
तबीयत बिगड़ने से पहले खरगे ने चुनावी जनसभा में कहा, ‘हम राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ेंगे। मैं 83 साल का हूं, मैं इतनी जल्दी मरने वाला नहीं हूं। मैं तब तक जिंदा रहूंगा जब तक प्रधानमंत्री मोदी सत्ता से बाहर नहीं हो जाते।’
कभी चुनाव नहीं कराना चाहती थी केंद्र सरकार- खरगे
मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए खरगे ने कहा, ‘ये लोग (केंद्र सरकार) कभी चुनाव नहीं कराना चाहते थे। अगर वे चाहते तो एक-दो साल में ही चुनाव करा लेते। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्होंने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी। वे चुनाव चाहते थे। वे उपराज्यपाल के जरिए रिमोट कंट्रोल वाली सरकार चलाना चाहते थे।’
युवाओं को सरकार ने कुछ नहीं दिया- खरगे
इसके साथ ही खरगे ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 सालों में भारत के युवाओं को कुछ नहीं दिया। क्या आप ऐसे व्यक्ति पर विश्वास कर सकते हैं जो 10 सालों में आपकी समृद्धि वापस नहीं ला सकता? अगर कोई भाजपा नेता आपके सामने आए तो उनसे पूछें कि उन्होंने समृद्धि लाई या नहीं।’