कोन, हिन्दुस्तान संवाद। स्थानीय कस्बा में चल रहे रामलीला के तीसरे दिन भगवान श्रीराम
कोन, हिन्दुस्तान संवाद। स्थानीय कस्बा में चल रहे रामलीला के तीसरे दिन भगवान श्रीराम के जन्म की लीला दिखाई गई। जिसे देख दर्शक काफी प्रसन्न दिखाई दिए। साथ ही आकर्षक लीला दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
लीला में दिखाया गया की गुरु वशिष्ठ ने महाराजा दशरथ को संतानोत्पत्ति के लिए यज्ञ कराने के लिए कहा। जिसके बाद श्रृंगीऋषि यज्ञ कराते हैं, यज्ञ सफल होता हैं और अग्निदेव प्रकट होते हैं। द्रव्य देकर दशरथ से कहते हैं कि इसे अपनी रानियों को दे दीजिए, इसका सेवन करने से संतान अवश्य होगी। राजा दशरथ के द्रव्य देने के बाद रानियां उन्हें ग्रहण करती हैं। भगवान विष्णु प्रकट होते हैं, कौशल्या हतप्रभ सी उनके दर्शन करती है। इस बीच मंच पर पार्श्व संगीत भए प्रकट कृपाला, दीनदयाला, कौसल्या हितकारी. गूंजने लगता है। वहीं माता कौशल्या कहती हैं, हे तात आप यह विराट रूप त्याग कर अत्यंत प्रिय बाल लीला कीजिए। विष्णु जी अंर्तध्यान होते हैं, बच्चों के रोने की आवाजें सुनाई देती हैं, खुशी का संगीत उभरता है। अगले दृश्य में रामजन्म के समाचार से राजा दशरथ सहित संपूर्ण अयोध्या में खुशी छा जाती है। जिसके बाद आगे लीला में दिखाया जाता है की चारों भाईयों का नामकरण संस्कारण किया गया, रामजन्म के बाद गुरु वशिष्ठ द्वारा चारों भाइयों को वेद व अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा दी जाती है। कोन के क्षेत्र पंचायत निगाई में शुक्रवार की रात मुकुट पूजन कर रामलीला मंचन कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मुकुट पूजन के दौरान सर्वप्रथम भगवान राम हनुमान जी, शिव जी की पूजा की गई। जिसके बाद मुकुट पूजा और अस्त्र शस्त्र की पूजा की गई। रामलीला कमेटी के संरक्षक विनोद गुप्ता ने बताया कि परंपरागत तरीके से पिछले एक दशक से निगाई में रामलीला मंचन का कार्यक्रम कराया जा रहा है। उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष भी बेहतर तरीके से लीला कार्यक्रम कराने के लिए प्रयास रहेगा। इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष भगवान सिंह गोंड़, उपाध्यक्ष सदानंद चेरो, कोषाध्यक्ष अखिलेश कुमार, मंत्री भगवान दास, सचिव विनोद सिंह, प्रदीप यादव, अजय भारती, उमानाथ भारती, राजेश यादव आदि रहे।