कोन, हिन्दुस्तान संवाद। स्थानीय कस्बा में चल रहे रामलीला मंचन के दूसरे दिन रावण
कोन, हिन्दुस्तान संवाद। स्थानीय कस्बा में चल रहे रामलीला मंचन के दूसरे दिन रावण जन्म का लीला का मंचन हुआ। रावण जन्म की लीला देखने के लिए हजारों की संख्या में दर्शकों की भीड़ उमड़ी रही।
रामलीला की शुरुआत भगवान विष्णु की भव्य झांकी के साथ हुआ। वहीं लंका में रावण के बाद कुंभकर्ण और विभीषण के भी जन्म की लीला दिखाई गई जिसके बाद तीनों भाइयों ने घोर तपस्या की। लीला में आगे दिखाया गया की तीनों भाइयों की तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा, विष्णु व महेश ने दर्शन दिए वहीं तीनों भाइयों ने इच्छानुसार उनसे वर भी मांगा। वही लीला में आगे दिखाया गया कि रावण के अत्याचार से पृथ्वी त्राहिमान होने लगी, जिससे दुखी होकर ऋषि मुनि व देवता गण ब्रह्मा जी और भगवान भोलेनाथ के पास जाते हैं और सब फिर एक साथ मिलकर भगवान विष्णु का आहवाहन कर अपनी रक्षा की आराधना करते हैं तभी आकाशवाणी होती है कि सुर, संत, ऋषि, मुनि, गौ सेवा एवं रक्षा हेतु दशरथ के यहां राम बनकर अतिशीघ्र अवध में आता हूं जिसको सुनकर देवता गण प्रसन्न होकर अपने अपने लोक चले जाते है। इस मौके पर कमेटी अध्यक्ष शुशील जायसवाल, अजय जायसवाल, भूपेंद्र शर्मा, दिनेश गुप्ता, सुनील मिश्रा, नित्यानंद तिवारी आदि मौजूद रहे।