नई दिल्ली. महिला पहलवान विनेश फोगाट ने डॉ दिनशॉ पारदीवाला की जमकर सराहना की है. पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय दल की मदद के लिए आईओए ने 13 सदस्यीय मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की थी. उसका नेतृत्व डॉ. पारदीवाला कर रहे थे. पारदीवाला की हाल में जमकर आलोचना हुई थी. विनेश को जब फाइनल से पहले ओवरवेट के लिए डिस्क्वालीफाई किया गया, उस समय पारदीवाला को भी लोगों ने जमकर कोसा. पारदीवाला भी विनेश की वजह को कम करने की कोशिश करते रहे लेकिन उनकी टीम को भी सफलता नहीं मिली.
विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने एक पोस्ट में लिखा, ‘ मेरे लिए और मुझे लगता है कि कई अन्य भारतीय एथलीटों के लिए वह सिर्फ एक डॉक्टर नहीं हैं, बल्कि भगवान की ओर से भेजे गए किसी देवदूत की तरह हैं. चोटों का सामना करने के बाद जब मैंने खुद पर विश्वास करना बंद कर दिया था, तो यह उनका विश्वास ही था जिसने मुझ में फिर से हौसला भर दिया.’ विनेश ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किग्रा फाइनल में 100 ग्राम अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित होने के बाद खेल से संन्यास की घोषणा की थी. उन्होंने इस फैसले को खेल पंचाट (सीएएस) में चुनौती दी थी लेकिन उनकी अपील खारिज कर दी गई थी.
‘उन्होंने तीन बार मेरा ऑपरेशन किया है’
बकौल विनेश ने, ‘उन्होंने मेरा एक बार नहीं बल्कि तीन बार (दोनों घुटनों और एक कोहनी का) ऑपरेशन किया है. और मुझे दिखाया है कि मानव शरीर कितना लचीला हो सकता है. अपने काम और भारतीय खेलों के प्रति उनका समर्पण और ईमानदारी ऐसी चीज है जिस पर भगवान सहित किसी को भी संदेह नहीं होगा. मैं उनके काम और समर्पण के लिए हमेशा उनका और उनकी पूरी टीम का आभारी हूं.’
‘मां से मिला कभी हार नहीं मानने का जज्बा’
पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने के बाद भले ही उनका दिल टूट गया हो, लेकिन विनेश ने उन सभी लोगों का शुक्रिया किया, जो उनकी असाधारण यात्रा का हिस्सा थे. उन्होंने कहा कि उन्हें कभी हार ना मानने का जज्बा उनकी मां से मिला है.
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FIRST PUBLISHED : August 16, 2024, 23:33 IST