सोनभद्र, संवाददाता। जिले की नौ ग्राम पंचातयों को हाईटेक बनाने के लिए कॉमन सर्विस
सोनभद्र, संवाददाता। जिले की नौ ग्राम पंचातयों को हाईटेक बनाने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर(सीएसएसी) खोला जाएगा। सेंटर खोलने के लिए शासन की तरफ से 45 लाख रुपये की धनराशि जारी कर दी गई है। इसके लिए पंचायत सहायकों को लाइसेंस भी जारी कर दिया गया है।
जनपद में दस विकास खंडों में कुल 621 ग्राम पंचायतें शामिल हैं। जिसमें से पहले से ही 525 ग्राम पंचायतों में सीएसएसी खोलकर काम किया जा रहा है। जबकि नौ और ग्राम पंचातयों में कॉमन सर्विस सेंटर खोलने के लिए शासन से मंजूरी मिली है। सरकार की तरफ से ग्राम पंचातयों में पंचायत भवन निर्माण कराया गया है। इसके साथ ही पंचायत भवनों में कंप्यूटर, इंटरनेट, इन्वर्टर आदि की व्यवस्था भी की है। इसके संचालन के लिए अलग से प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक की नियुक्ति भी हो चुकी है। इसी कड़ी में ग्राम पंचायतों को हाईटेक बनाने का काम शुरू किया गया है। इसके तहत सभी ग्राम पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर का संचालन किया जाएगा। इसको लेकर जिले के नौ और ग्राम पंचायतों के पंचायत सहायकों को कॉमन सर्विस सेंटर का लाइसेंस दे दिया है। जल्द ही इन ग्राम पंचायतों में ऑनलाइन सेवाएं मिलना शुरू हो जाएंगी। सेंटर का संचालन करने के लिए 45 लाख रुपये की धनराशि भी जारी कर दी गई है। पहले ग्रामीणों को किसी भी योजना का लाभ लेने या अन्य कार्य के ऑनलाइन आवेदन के लिए शहर की ओर जाना पड़ता था। लेकिन अब एक निश्चित शुक्ल पर ये सेवा उनके गांव के पंचायत भवन पर ही मिलेगी। एक ओर ग्रामीणों को जहां घर बैठे आनलाइन सेवाएं मिलना शुरू हो जाएंगीं तो वहीं दूसरी तरफ खर्च भी कम हो जाएगा। कामन सर्विस सेंटर खुलने से गांव में ही ऑनलाइन खतौनी, आय प्रमाण पत्र आवेदन, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र आवेदन, जाति प्रमाण पत्र आवेदन, राशन कार्ड आवेदन, प्रवेश परीक्षा के आवेदन, पैन कार्ड आवेदन आदि की सुविधाएं मिलना शुरू हो जाएगी।
शासन की तरफ नौ ग्राम पंचायतों को कॉमन सर्विस सेंटर के लिए चयनित किया है। जिसमें बभनी ब्लाक के ग्राम पंचायत चपकी, चतरा ब्लाक के ऊची खुर्द, घोरावल ब्लाक के सतद्वारी, करमा ब्लाक के गड़ईगाड, सिरसिया ठकुराई, म्योरपुर ब्लाक के रासपहरी, राबर्ट्सगंज ब्लाक के अमौली, बसौली, मानपुर को सीएचसी के लिए चयनित किया गया है।
सरकार की मंशा है कि ग्राम पंचायतें अपने आय के स्रोतों को विकसित कर आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करें। ऐसे में कॉमन सर्विस सेंटर का संचालन आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक बेहतर कदम साबित होगा। कॉमन सर्विस सेंटर पर सेवाओं के एवज में ग्रामीणों से आने वाली धनराशि का एक बड़ा हिस्सा ग्राम पंचायत के खाते में ही जाएगी। जिससे इसका उपयोग ग्राम पंचायत में विकास कार्य में किया जा सकता है।
सभी ग्राम पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर का संचालन कराया जाएगा। जिले में पहले से ही 525 ग्राम पंचायतों में सीएससी का संचालन किया जा रहा है। शासन की तरफ से नौ और ग्राम पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर का संचालन शुरू करने के लिए 45 लाख रुपये की धनराशि दी गई है। जल्द ही सेंटर का संचालन किया जाएगा।
– नमिता शरण, डीपीआरओ।