समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर उपचुनाव से पहले बड़ी संख्या में लोगों का वोट काटने का आरोप लगाया है। यह भी कहा कि साजिशें हार की निशानी होती हैं।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर उपचुनाव से पहले बड़ी संख्या में लोगों का वोट काटने का आरोप लगाया है। अखिलेश ने एक वीडियो पोस्ट कर कहा कि यूपी की 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में अपनी संभावित हार से बचने के लिए भाजपा एक तरफ मनचाहे तबादले करवा रही है तो दूसरी तरफ जायज़ मतदाताओं के नाम कटवा रही है। चुनाव आयोग तत्काल इसका संज्ञान ले। अखिलेश ने यह भी कहा कि साजिशें हार की निशानी होती हैं।
अखिलेश यादव ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जो वीडियो शेयर किया है उसमें मुस्लिम समाज के वोटर अपना नाम काटे जाने का विरोध जता रहे हैं। सपा प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी के अनुसार वीडियो संभल के कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र का है। यहां पर करीब दस हजार लोगों का नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया है। कुंदरकी भी उन दस सीटों में शामिल है जहां उपचुनाव होना है। सपा के जियाउरहमान 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां से विधायक बने थे। संभल लोकसभा सीट से जियाउररहमान के सांसद बनने के कारण यह सीट खाली हो गई है।
बताया जाता है कि कुंदरकी में जिंदा लोगों को मृत दर्शाकर वोटर लिस्ट से नाम काट दिए गए। इसी से आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को बड़ी संख्या में कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। जिला निर्वाचन अधिकारी को संबोधित ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपा। आरोप लगाया कि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के इशारे पर वोटर लिस्ट से नाम काटे गए हैं। पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
संभल के सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने कहा कि सरकार के इशारे पर प्रशासन बीएलओ के माध्यम से वोट कटवा रहा है। पार्टी के समर्थित जिंदा लोगों को मृत बताकर वहीं अविवाहित लोगों को विवाहित बताकर भारी संख्या मे वोट कटवाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हार से बौखलाई भाजपा सरकार हर हथकंडे अपनाने में लगी है। पूर्व विधायक कुंदरकी हाजी रिजवान ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर ही यादव, दलित, पिछड़े वर्ग एवं मुस्लिम बीएलओ को हटाकर दूसरे जातियों के बीएलओ बना दिए गए हैं। सूची मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भी भेजी गई हैं।
देहात विधायक नासिर कुरैशी, पूर्व महानगर अध्यक्ष शाने अली शानू, वरिष्ठ नेता राजेश यादव, लाखन सिंह सैनी, बाबर खान, धर्मेंद्र यादव, वेद प्रकाश सैनी, नरेश शर्मा, शैलेंद्र यादव, इमरान अंसारी, असलम चौधरी, आदित्य चौधरी, कुशल यादव, नाजिम खान, जयपाल सिंह सैनी, अक्षय भटनागर, प्रदीप यादव, प्रेमबाबू वाल्मीकि, गोविंद प्रजापति, सुरेंद्र शर्मा, विनीत यादव, प्रशांत सैनी, मनोज यादव आदि रहे।