तिरुपति तिरुमला देवस्थानम आंध्रप्रदेश के लड्डुओं में अपवित्र सामग्री के मिश्रण की रिपोर्ट के बाद तीर्थ नगरी अयोध्या के मंदिरों में चढ़ाएं जाने वाले प्रसाद खासकर हनुमानगढ़ी के लड्डुओं को लेकर भी हलचल तेज हो गई है। इसके चलते हनुमानगढ़ी अखाड़े की ओर से भी मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले लड्डुओं की सैंपलिंग कराकर लैब टेस्टिंग कराने की तैयारी की गई है जिससे अफवाहों पर विराम लगाया जा सके। फिलहाल अखाड़े द्वारा मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे दुकानदारों की बैठक बुलाई गई है।
इसकी पुष्टि अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष व हनुमानगढ़ी सांगरिया पट्टी के महंत ज्ञानदास के उत्तराधिकारी व संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत संजय दास ने की। उन्होंने बताया कि सभी दुकानदारों को पहले ही हिदायत दी गई थी कि वह ब्रांडेड सामग्रियों का उपयोग कर लड्डू प्रसाद का निर्माण करें जिससे प्रसाद में किसी प्रकार की अशुद्धता न रहे। उन्होंने कहा कि जिस भी दुकानदार के सामानों का सैंपल टेस्ट में फेल होगा,उसका प्रतिष्ठान बंद करा दिया जाएगा और हनुमानगढ़ी क्षेत्र में उसके द्वारा प्रसाद बिक्री को भी प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। उन्होंने एक दिन पहले अखाड़े के पंचों के साथ नजरबाग क्षेत्र में चल रहे चिह्नित कारखानों में सामग्रियों का निरीक्षण भी किया लेकिन सैंपलिंग की प्रक्रिया दुकानदारों की बैठक के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग के माध्यम से कराई जाएगी।
अधिकांश दुकानदार विशेष ब्रांड के घी का प्रयोग कर रहे
मोदनवाल समाज के जिलाध्यक्ष व अयोध्या व्यापार मंडल के महामंत्री नंदलाल गुप्ता का कहना है कि हनुमानगढ़ी क्षेत्र में अधिकांश दुकानदार रेडीमेड के बजाय स्वयं लड्डू का निर्माण कराते हैं। उनका कहना है कि यह दुकानदार एक विशेष ब्रांड के घी का प्रयोग करते हैं। इस ब्रांड को अखाड़े के द्वारा अनुमोदित किया गया था। उनका कहना है कि बीते जनवरी में हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेम दास ने व्यापारियों की बैठक बुलाई थी और निर्देशित किया था कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो रही है और देश भर से श्रद्धालुओं का आगमन होगा तो प्रसाद की गुणवत्ता ठीक होनी चाहिए। उन्होंने लड्डुओं के स्पष्ट निर्देश दिया था कि कोई भी दुकानदार देशी घी के अतिरिक्त वनस्पति का प्रयोग नहीं करेगा। उन्होंने स्टाक में रखे लड्डुओं के उपयोग के लिए माघ मेला के दौरान वसंत पंचमी तक की छूट दी थी। उसके बाद से सभी देशी घी का प्रयोग कर रहे हैं।
2023 में हुए सैंपलिंग की कोई भी टेस्ट रिपोर्ट फेल नहीं हुई: सीएफएसओ
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी (सीएफएसओ) पीके त्रिपाठी ने बताया कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के पहले से विभाग खाद्य सामग्रियों विशेषतया प्रसाद की गुणवत्ता सुधार के लिए प्रयासरत रहा। उन्होंने बताया कि विभागीय प्रयासों से गुणवत्ता में काफी सुधार भी हुआ है। उन्होंने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के पहले विभाग की ओर से की दुकानों से सामग्रियों की सैंपलिंग कराई गई थी लेकिन किसी भी सैंपल की टेस्ट रिपोर्ट फेल नहीं हुई। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से लगातार औचक निरीक्षण किया जाता है और कभी मौखिक हिदायत तो कभी नोटिस के जरिए चेतावनी भी दी जाती है और आवश्यकतानुसार सैंपलिंग की जाती है। फिलहाल तिरुपति प्रकरण के बाद किसी दुकान की सैंपलिंग नहीं कराई गई है।