राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने अपनी शिक्षा पद्धति में कई महत्वपूर्ण फेरबदल किए हैं। सेमेस्टर प्रणाली समाप्त कर वार्षिक परीक्षा प्रणाली लागू कर दी है।
राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने अपनी शिक्षा पद्धति में कई महत्वपूर्ण फेरबदल किए हैं। सेमेस्टर प्रणाली समाप्त कर वार्षिक परीक्षा प्रणाली लागू कर दी है। अब यहां पंजीकृत होने वाले छात्र-छात्राओं को प्रोजेक्ट प्रणाली की जगह केवल असाइनमेंट व्यवस्था का पालन करना होगा। वहीं, प्रवेश की अंतिम तिथि अब 30 सितंबर 2024 कर दी गई है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर स्थित क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र एस-1602 से एमबीए-एमसीए में छात्र-छात्राएं सीधे प्रवेश भी ले सकते हैं। विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. एसके सिंह बताया कि राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति ने छात्रों की सुविधाओं को ध्यान रखते हुए सेमेस्टर प्रणाली समाप्त की है। अब जुलाई 2024 सत्र में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को वर्ष में केवल एक बार परीक्षा देनी पड़ेगी। यूजीसी से डिस्टेंस मोड के विद्यार्थियों के लिए नई शिक्षा नीति 2020 में लागू सेमेस्टर प्रणाली से छूट देने की अनुमति मिली है। राज्य में मुक्त विश्वविद्यालय एकमात्र शिक्षण संस्था है जहां वार्षिक परीक्षा प्रणाली लागू होगी।
जुलाई सत्र से पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में प्रोजेक्ट प्रणाली भी समाप्त की गई है। अब छात्रों को केवल पेपर के अनुसार असाइनमेंट जमा करने होंगे। क्षेत्रीय समन्वयक ने कहा कि छात्रों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए विभिन्न प्रावधान किए गए हैं ताकि वे तनाव से मुक्त होकर वर्ष में केवल एक बार परीक्षा दे सकें।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्रों को सुविधा के लिए हाल ही में ‘एकलव्य’ एप का विमोचन किया है। इस एप को अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय एवं अपने विषय से संबंधित समस्त जानकारी जान सकते हैं। राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत वाराणसी सहित जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर एवं भदोही जिले के लगभग ढाई सौ अध्ययन केंद्र हैं। इन केंद्रों पर लगभग 13000 विद्यार्थी अध्यनरत है।