भारत ने रविवार को शतरंज ओलंपियाड 2024 के अंतिम दौर में अजरबैजान को हराकर महिला वर्ग में पहला स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले पुरुष टीम ने स्लोवेनिया के खिलाफ जीत हासिल करते हुए 45वें शतरंज ओलंपियाड में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। अंतिम दौर में दिव्या देशमुख, वंतिका अग्रवाल, डी हरिका ने भारत के लिए जीत दर्ज की, जबकि आर वैशाली को ड्रॉ पर संतोष करना पड़ा। इससे पहले भारतीय महिला टीम ने चेन्नई में 2022 के चरण में कांस्य पदक जीता था।
भारत की मदद अमेरिका ने की, जिसने खिताब की तलाश में लगे कजाकिस्तान को ड्रॉ पर रोका। हरिका और वंतिका ने अपने-अपने बोर्ड में जीत दर्ज की, जबकि फाइनल राउंड में भारतीय महिलाओं ने अजरबेजान को 3.5-0.5 से हराकर देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया।
डी हरिका ने पहले बोर्ड पर तकनीकी श्रेष्ठता दिखाई और दिव्या देशमुख ने एक बार फिर अपने प्रतिद्वंद्वी को पछाड़कर तीसरे बोर्ड पर अपना व्यक्तिगत स्वर्ण पदक पक्का किया। आर वैशाली के ड्रा खेलने के बाद वंतिका अग्रवाल की शानदार जीत से भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया। भारतीय पुरुष टीम ने इससे पहले टूर्नामेंट के 2014 और 2022 चरण में कांस्य पदक जीते थे। भारतीय महिला टीम ने चेन्नई में 2022 के चरण में कांस्य पदक जीता था।
विश्व चैम्पियनशिप चैलेंजर गुकेश और अर्जुन एरिगेसी ने एक बार फिर अहम मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन किया जिससे भारत को ओपन वर्ग में अपना पहला खिताब जीतने में मदद मिली। स्लोवेनिया के खिलाफ मुकाबले में गुकेश ने काले मोहरों से व्लादिमीर फेडोसेव के खिलाफ तकनीकी चरण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हालांकि उन्हें मुश्किल से जीत मिली, लेकिन 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर ने शानदार रणनीति अपनाई।
एरिगेसी ने तीसरे बोर्ड पर काले मोहरों से खेलते हुए जान सुबेलज को मात दी। इतना ही काफी नहीं था, इसके बाद प्रज्ञानानंदा ने फॉर्म में आते हुए एंटोन डेमचेंको पर एक शानदार जीत हासिल की। इससे भारत ने एक मैच रहते स्लोवेनिया पर 3-0 से जीत हासिल की। भारतीय पुरुष टीम ने 22 में से 21 अंक हासिल किए। खिलाड़ियों ने सिर्फ उज्बेकिस्तान के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला।